अंडर-19 विश्व कप 2024: सीनियर टीम की तरह रहा ‘युवा ब्रिगेड’ का प्रदर्शन
पिछले वर्ष विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) और घरेलू जमीन पर वनडे विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने वाली सीनियर भारतीय टीम के बाद अब अंडर-19 विश्व कप के खिताबी मैच में युवा ब्रिगेड भी कंगारूओं के विरुद्ध जीत दर्ज नहीं कर सकी। इस तरह भारत को लगातार तीन आईसीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के बेनोनी में खेले गए फाइनल मैच में भारतीय अंडर-19 टीम को 79 रनों से हराकर चौथी बार इस टूर्नामेंट की ट्राफी अपने नाम की और उदय सहारन की अगुआई वाली टीम खिताब का बचाव करने में असफल रही। ऑस्ट्रेलिया ने हरजस सिंह (55) के अर्धशतक से 50 ओवर में सात विकेट पर 253 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर
यह इस टूर्नामेंट के फाइनल में बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है। इससे पहले इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के विरुद्ध 1998 में लक्ष्य का पीछा करते हुए फाइनल में तीन विकेट पर 242 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम 43.5 ओवर में 174 रनों पर ऑलआउट हो गई।
दिलचस्प बात यह है कि जिस तरह पिछले साल वनडे विश्व कप में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम सेमीफाइनल तक अपराजय रही थी और उसे पैट कमिंस की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलिया टीम से फाइनल में हार मिली थी, उसी तरह भारत की युवा टीम ने भी इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था और सेमीफाइनल तक कोई टीम उसे हरा नहीं पाई थी।
सीनियर टीम जैसा हुआ जूनियर का हाल
हालांकि, भारतीय अंडर-19 टीम भी अपना अजेय अभियान खिताबी मैच में जारी नहीं रख सकी। इस टूर्नामेंट का सर्वाधिक पांच बार खिताब जीतने वाली भारतीय टीम लगातार दूसरी और छठी बार ट्रॉफी जीतने के इरादे से उतरी थी।
प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे भारतीय बल्लेबाज
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की बल्लेबाजी काफी खराब रही और पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय बल्लेबाज फाइनल में प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज आदर्श सिंह ने सर्वाधिक 47 रन बनाए, जबकि टीम के सात बल्लेबाज दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच सके। ऑस्ट्रेलिया के लिए महली बियर्डमैन और राफेल मैकमिलन ने तीन-तीन विकेट झटके।
लिंबानी-नमन ने किया शानदार प्रदर्शन
भारत के तेज गेंदबाज राज लिंबानी और नमन तिवारी ने शानदार प्रदर्शन कर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को रोके रखा था। लिंबानी ने 38 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने सलामी बल्लेबाज सैम कोनस्टास (00) को अंदर आती गेंद पर बोल्ड करके ऑस्ट्रेलिया को शुरू में ही झटका दिया। इसके बाद हैरी डिक्सन (42) और कप्तान ह्यू वेबगेन (48 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को संभाला।
नमन ने नौ ओवर में 63 रन देकर दो विकेट लिए। डिक्सन और वेबगेन जब पारी को अच्छी तरह से आगे बढ़ा रहे थे, तब भारतीय कप्तान उदय सहारन ने फिर से नमन को गेंद सौंपी और उन्होंने इन दोनों बल्लेबाजों को लगातार ओवरों में आउट करके अपने कप्तान को निराश नहीं किया।
हरजस ने संभाली पारी
ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तक तीन विकेट पर 99 रन था। इसके बाद हरजस और रेयान हिक्स (20) ने चौथे विकेट के लिए 66 रन की साझेदारी की। टूर्नामेंट में अब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले हरजस ने शुरू में संघर्ष करने के बाद कुछ अच्छे शाट लगाए।
हरजस ने आफ स्पिनर प्रियांशु मोलिया की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर अपना आत्मविश्वास जगाया। इसके बाद उन्होंने अभिषेक पर भी दो छक्के लगाए। उन्होंने नमन पर लांग आफ में चौका लगाकर टूर्नामेंट का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके बाद वह अपनी पारी लंबी नहीं खींच पाए।