बिना आंखों के पैदा हुई बच्ची, दुर्लभ बीमारी है वजह!
बिना हाथ-पैर के बच्ची का जन्म तो आपने सुना होगा. दृष्टिहीन बच्ची को भी देखा होगा, लेकिन आप जानकर हैरान होंगे कि एक बच्ची बिना आंखों के पैदा हुई है. ऐसा एक दुर्लभ आनुवांशिक विकार (Genetic Disorder) की वजह से हुआ है, जिसे एनोफ्थाल्मिया (Anophtalmia) के नाम से जानते हैं. पूरी दुनिया में सिर्फ 30 लोगों में यह बीमारी अब तक सामने आई है. माता-पिता और यहां तक कि डॉक्टर भी देखकर सदमे में आ गए.
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेग्नेंसी के दौरान ब्रिटेन की रहने वाली टेलर को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि उसका बच्चा कुछ अलग है. टेलर और उनके पति रॉबर्ट लंबे समय तक प्रेग्नेंसी की दिक्कतों से जूझते रहे. जब उन्हें पता चला कि वे प्रेग्नेंट हैं तो घर में खुशी का ठिकाना नहीं रहा. डॉक्टरों को दिखाया. उनका भी मानना था कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ होगा. तमाम तरह की जांच हुई, लेकिन कभी बच्चे में कोई दिक्कत नजर नहीं आई.
बेटी की आंखें नहीं खुल रही थीं
लेकिन जब बच्चे का जन्म हुआ तो मां टेलर ने देखा कि उनकी बेटी व्रेनली आइस की आंखें नहीं खुल रही हैं. उन्होंने तुरंत नर्स को इसके बारे में बताया. डॉक्टर भागे-भागे आए. जांच के बाद कहा-सब ठीक है. आमतौर पर कुछ बच्चे जन्म के बाद तुरंत आंखें नहीं खोलते. लेकिन टेलर बाद में यह जानकर सदमे में आ गईं कि व्रेनली की आंखें कभी नहीं खुलीं. एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट ने देखने के बाद कहा, व्रेनली की कोई आंखें ही नहीं हैं. इसके बाद टेलर फूट-फूटकर रोने लगीं. क्योंकि उन्हें कुछ समझ नहीं आया. बाद में अच्छे अस्पताल में दिखाया और ये जानने की कोशिश की, आखिर हुआ क्या? रॉबर्ट ने कहा, यह मेरे लिए भ्रमित करने वाला था.
व्रेनली को दुर्लभ बीमारी
आखिरकार डॉक्टरों ने लंबे रिसर्च के बाद पाया कि व्रेनली को दुर्लभ बीमारी है, जिसके कारण उसकी आंख का कोई टिश्शू या ऑप्टिक तंत्रिका तंत्र ही विकसित नहीं हो पाया. सेंट लुइस चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के आनुवंशिकीविद् डॉ. नैट जेन्सेन ने समझाया. कहा, यह एक जेनेटिक डिसआर्डर (Genetic Disorder) था, जिसे (Anophtalmia) के नाम से जानते हैं. इसमें ऐसा हार्मोन ही नहीं बनता जो कॉर्टिसोल का उत्पादन कर सके. यह बीमारी पीआरआर-12 जीन में दिक्कत की वजह से होती है, जिसके कारण गर्भ में आंखें विकसित नहीं हो पातीं.