दुनिया का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बच्‍चा, इंसानों की तरह करता है हरकतें

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक और चमत्‍कार हुआ है. एक इंस्‍टीट्यूट ने दुनिया का पहला AI बच्‍चा बनाया है, जो इंसानों की तरह हरकतें करता है. उसके पास हर सवाल का जवाब है. 3 साल के इस बच्‍चे में इंसानों के बच्‍चों की तरह भावनात्मक व्यवहार करने की क्षमता है. वह गुस्‍सा होता है, तो प्‍यार से मुस्‍कुराता भी है. रोता भी है. आप उसके चेहरे पर उदासी भी दे सकते हैं. पहली बार क‍िसी कंपनी ने इस तरह का प्रयोग किया है, जो दुनिया में हलचल मचा रहा है.

मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कारनामा चीन के बीजिंग इंस्टीट्यूट फॉर जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (BIGAI) ने किया है. उन्‍होंने बच्‍चे को टोंग टोंग (Tong Tong) नाम दिया है, जिसका अंग्रेजी मतलब लिटिल गर्ल है. बीते दिनों जब इसे लॉन्‍च किया गया तो दुनिया देखकर हैरान रह गई. इसमें छोटे बच्‍चों की तरह मासूमियत है तो अनुभवी और एक्‍सपर्ट लोगों की तरह हर समस्‍या का समाधान भी. यह लोगों से सीखने में सक्षम हैं. यानी अगर आप इसे कुछ बताते हैं तो आगे उसी तरह की हरकतें करती है.

खुश भी होती है, तो उदास भी
शोधकर्ताओं का दावा है क‍ि इंसानी बच्‍चों की तरह इसमें भी बड़ों को देखकर सीखने की क्षमताएं हैं. यह भावनात्‍मक जुड़ाव महसूस करती है. यह खुश भी होती है, तो उदास भी. गुस्‍से में भी आ जाती है. इसमें इंसानों जैसे कौशल हैं. यह सफाई करती है. टेढ़े-मेढ़े चित्र फ़्रेमों को ठीक करती है. यहां तक क‍ि गिरा हुआ दूध भी साफ करती नजर आती है. ऐसा आज तक क‍िसी AI जेनरेटेड इंसान में नहीं देखा गया. आप इससे बातचीत भी कर सकते हैं.

टोंग टोंग के पास इंसानों की दिमाग
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया गया है क‍ि टोंग टोंग के पास इंसानों की दिमाग है. लोग जो भी उसे सिखाते हैं, वह तुरंत कैप्‍चर कर लेती है, उसे समझने का प्रयास करती है. आगे जब भी जरूरत होती है तो वही जवाब देती है. वह सही और गलत में अंतर करना जानती है. विभिन्न स्थितियों में अपना दृष्टिकोण व्यक्त करती है और भविष्य को आकार देने की शक्ति रखती है. एआई एक्‍सपर्ट और बीआईजीएआई के निदेशक झू सोंगचुन ने कहा, AI हमारी दुनिया बदलने में सक्षम है. हमें ऐसी संस्‍थाएं बनानी होंगी, जो वास्‍तव‍िक दुनिया को समझ सकें. जिनके पास व्‍यापक स्‍तर के कौशल हों.

Back to top button