महाराष्ट्र: ‘रामलीला’ का उड़ाया मजाक, सीता को सिगरेट पीते दिखाया…
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में एक प्रयोगात्मक नाटक के माध्यम से धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में शनिवार को सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर और पांच छात्रों को गिरफ्तार किया गया. दरअसल सभी पर भगवान राम और देवी सीता का मजाक उड़ाने का आरोप लगा है.
TOI की रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार प्रोफेसर और छात्रों पर शुक्रवार शाम को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों के साथ झड़प के बाद दंगा करने का आरोप था. जिसके कारण नाटक रुक गया था. हालांकि उन्हें शनिवार शाम को पुणे की एक अदालत ने जमानत दे दी.
फैक्ट फाइंडिंग कमिटी बनाएगी विश्वविद्यालय
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (SPPU) ने कहा कि वह एक सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक फैक्ट फाइंडिंग कमिटी बनाएगी और उसकी रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. वहीं पुणे पुलिस ने परिसर की सुरक्षा के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं. कॉलेज प्रोफेसरों के एक समूह ने छात्रों और प्रोफेसर (विश्वविद्यालय के एक विभाग के प्रमुख) की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है.
कुलपति सुरेश गोसावी ने कहा है कि ‘हम पैरोडी नाटक के मंचन के मुद्दे पर छात्रों का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन जिन लोगों ने नाटक पर आपत्ति जताई थी, वे पूर्व छात्रों के साथ बैठ सकते थे और इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया जा सकता था.’ पुणे के पुलिस आयुक्त (सीपी) अमितेश कुमार ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और हमारी टीमें दोनों पक्षों को शांत कर रही हैं. विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी तरह की परेशानी को रोकने के लिए एक मजबूत टीम तैनात की गई है. हम उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे.’
क्या था नाटक में
दर्ज एफआईआर के अनुसार, नाटक में सीता का किरदार निभा रहे एक पुरुष कलाकार को सिगरेट पीते और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया था. एफआईआर में कहा गया है कि जब एबीवीपी के सदस्यों ने नाटक पर आपत्ति जताई और प्रदर्शन रोक दिया, तो कलाकारों ने उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी.