टेकचंदानी बिल्डर को मुंबई पुलिस ने धोखाधड़ी मामले में किया गिरफ्तार
मुंबई. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने धोखाधड़ी और जालसाजी के एक मामले में शहर के नामी बिल्डर ललित टेकचंदानी को गिरफ्तार कर लिया है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने इस मामले के बारे में बताया कि मामला कथित तौर पर कई मकान खरीदारों को धोखा देने से जुड़ा हुआ है.
उन्होंने बताया कि टेकचंदानी को मंगलवार शाम को दक्षिण मुंबई में ईओडब्ल्यू के कार्यालय में लाया गया और उनसे पूछताछ की गई. उसके बाद टेकचंदानी को गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले पर उन्होंने बताया कि ईओडब्ल्यू टेकचंदानी और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक विश्वासघात के मामले में जांच कर रही है.
इस मामले से संबंधित पिछले हफ्ते से ही ईओडब्ल्यू ने टेकचंदानी के कार्यालय और उनके आवास सहित उनके चार परिसरों पर जाकर तलाशी ली थी. इस महीने की शुरुआत में टेकचंदानी, और उनकी पत्नी, उनकी कंपनी ‘सुप्रीम कंस्ट्रक्शन’ के निदेशकों और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ यहां चेंबूर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
इस मामले में एक शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने नवी मुंबई के तलोजा इलाके में टेकचंदानी के द्वारा निर्माण की गई एक परियोजना में 36 लाख रुपये का निवेश किया था. इसके बाद कंपनी ने उन्हें पूरा आश्वासन दिया था कि परियोजना 2017 में तैयार हो जाएगी. हालांकि 2016 में इसका निर्माण अचानक बंद हो गया. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सैकड़ों फ्लैट खरीदारों ने टेकचंदानी की परियोजना में निवेश किया है.लेकिन उन्हें न तो फ्लैट मिले और न ही उनके पैसे वापस मिले.
पुलिस ने पहले कहा था कि शिकायत के आधार पर टेकचंदानी और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात) और अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस महीने की शुरुआत में टेकचंदानी और अन्य के खिलाफ नवी मुंबई के तलोजा थाने में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है.
पुलिस के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक और लोगों की शिकायत के अनुसार आरोपी ने नवी मुंबई के खारघर में अपनी कंपनी की आवासीय परियोजना में करीब160 मकान खरीदारों से तकरीबन 44 करोड़ रुपये की ठगी की है.