DU आवेदन में ना करें जल्दबाजी, पहले समझें फिर शुरू करे…
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने सलाह दी है कि छात्र जल्दबाजी में कई बार गलतियां कर देते हैं, इसलिए वे आवेदन प्रक्रिया शुरू करने से पहले उसे अच्छे से समझें।
उन्हें किस कॉलेज या पाठ्यक्रम में जाना है, इसके बारे में सोचें। कॉलेज को नहीं हमेशा पाठ्यक्रम को वरीयता दें।
डीयू के डिप्टी डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. गुरप्रीत सिंह टुटेजा के मुताबिक, दाखिला प्रक्रिया को स्टूडेंट फ्रेंडली बनाया गया है। डीयू की वेबसाइट पर भी सभी जानकारियां उपलब्ध हैं।
छात्र आवेदन करने से पहले सभी दिशानिर्देशों को अच्छे से समझें।आवेदन के समय क्या-क्या जरूरत है, उसे तैयार कर लें फिर आवेदन करें। बार-बार पंजीकरण करने की कोशिश न करें।
एक बार पंजीकरण करके आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। उसमें बदलाव का मौका भी दिया जाएगा।आवेदक अगर पासवर्ड भूल जाता है, तो उसे रिसेट करने का मौका भी दिया जाएगा, जो रजिस्टर्ड ई-मेल या फिर सिक्योरिटी प्रश्न के जरिये मिलेगा। छात्र ध्यान रखें की जब तक आवेदन फीस जमा नहीं हो जाती, तब तक उनका आवेदन पूरा नहीं माना जाएगा।
मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 011-27006900
डॉ. टुटेजा ने बताया कि छात्रों को आवेदन के दौरान किसी तरह की समस्या होती है, तो डीयू हर स्तर पर मदद उपलब्ध कराएगा। इसके लिए ऑनलाइन ग्रीवांस सिस्टम के अलावा ओपन डेज, हेल्प डेस्क और दिल्ली से बाहर के छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर 011-27006900 जारी किया गया है। छात्र इस पर फोन करके कोई भी जानकारी ले सकते हैं।
ऑनलाइन होगा शिकायत का निपटारा
छात्रों की शिकायत का निपटारा ऑनलाइन ही किया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन ग्रीवांस सिस्टम तैयार किया गया है। छात्र को अपनी शिकायत ऑनलाइन ही डीयू के पास भेजनी होगी। डीयू उसका निपटारा करके शिकायतकर्ता के पास ऑनलाइन ही सूचना भेजेगा। डीयू के मुताबिक, बीते साल देखा गया था कि छात्रों को पहले शिकायत करने के लिए डीयू आना पड़ता है। फिर उसके निपटारे का स्टेटस जानने या समस्या दूर हुई की नहीं, उसके लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं। इस बार ऑनलाइन ग्रीवांस सिस्टम से डीयू के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।