पोषण का पावरहाउस हैं सूखे खजूर

पोषक तत्वों से भरपूर ड्राई फ्रूट्स हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। स्वाद से भरपूर होने के साथ ही सेहत के लिए भी गुणकारी होने की वजह से विभिन्न व्यंजनों और मिठाइयों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। सूखे खजूर यानी ड्राई डेट्स इन्हीं में से एक है, जो पोषण पावरहाउस है, जिससे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। खासतौर पर यह डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी लाभकारी होता है। खजूर कई गंभीर बीमारियों को रोकने की क्षमता रखता है। आइए जानते हैं खजूर से मिलने वाले ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में-

ब्रेन हेल्थ में सुधार करे
खजूर आपकी ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसे अपनी डाइट में शामिल करने से इंटरल्यूकिन जैसी सूजन संबंधी साइटोकिन्स को कम करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह अल्जाइमर जैसी मस्तिष्क से जुड़ी स्थितियों के विकास के जोखिम को कम कर सकता है और प्लाक के उत्पादन को कम कर सकता है, जो ब्रेन के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

पाचन स्वास्थ्य बेहतर करे
फाइबर से भरपूर होने की वजह से खजूर पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। ऐसे में यह कब्ज जैसी अन्य पाचन संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं में फायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद फाइबर मल त्याग को नियंत्रित करने और मल में अमोनिया की मात्रा को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह बेहतर पाचन और पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान देता है।

डायबिटीज का खतरा कम करे
खजूर डायबिटीज का खतरा कम करने में भी काफी मदद करता है। सिंथेटिक दवाओं के विपरीत, खजूर इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है और आंत से ग्लूकोज के अब्जॉर्प्शन रेट को कम करता है। इस तरह यह डायबिटीज के खतरे को कम करता है और ब्लड शुगर के स्तर में कमी लाता है।

बैक्टीरियल इन्फेक्शन रोके
खजूर विभिन्न तरह के बैक्टीरियल इन्फेक्शन को रोकने में भी मददगार होता है। यह शरीर को हानिकारक माईक्रोब्स के खिलाफ प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करता है। शोध से पता चलता है कि खजूर के बीज और पत्तियां दोनों ही कुछ हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद हैं। यह ई.कोली और निमोनिया जैसे घातक माईक्रोब्स से लड़ने में फायदेमंद साबित होता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
खजूर कैरोटीनॉयड, फ्लेवोनोइड और फेनोलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो ऑक्सीडेशन को रोकने और हानिकारक फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करने के लिए जरूरी होते हैं। कैरोटीनॉयड मैक्यूलर डिजनरेशन के खतरे को कम करने और हार्ट हेल्थ को बेहतर करने में मदद करता है। वहीं, फ्लेवोनोइड्स, अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ, डायबिटीज समेत अन्य बीमारियों के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं।

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