मासिक दुर्गाष्टमी के दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां

मासिक दुर्गाष्टमी का दिन मां दुर्गा को समर्पित है। इस दिन विधिपूर्वक मां दुर्गा की पूजा-व्रत करने का विधान है। प्रत्येक महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार पौष माह में मासिक दुर्गाष्टमी 18 जनवरी को है। धार्मिक मत है कि इस खास अवसर पर जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा- व्रत करने से साधक का जीवन सुखमय होता है और सभी प्रकार के दुख और संकट से छुटकारा मिलता है। मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन कुछ कार्यों को करने की सख्त मनाही है, जिनको करने से मां दुर्गा रुष्ट हो जाती हैं और पूजा सफल नहीं होती है। चलिए जानते हैं मासिक दुर्गाष्टमी के दिन किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन न करें ये कार्य
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बेहद शुभ माना गया है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन तुलसी के पास अंधेरा न रहे। इसलिए तुलसी के पास घी का दीपक जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
इसके अलावा मासिक दुर्गाष्टमी के दिन तामसिक भोजन का सेवन न करें।
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन किसी का अपमान न करें और किसी से झूठ न बोलें।
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन काले और नीले वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए। इस दिन लाल या पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह की पूजा करने के बाद साधक को दिन में सोना नहीं चाहिए। दिन में मां दुर्गा का भजन-कीर्तन करें।
मसिक दुर्गाष्टमी का महत्व
मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा-व्रत करने से साधक के पापों का नाश होता है। मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है। साथ ही पारिवारिक जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा के व्रत के प्रभाव से साधक दुख से निकलने में कामयाब रहते हैं।