कर विभाग ने छापेमारी में 12 करोड़ की GST चोरी पकड़ी

देहरादूनः उत्तराखंड में बिटुमिन तथा फ्यूल ऑयल का व्यवसाय कर रही 12 फर्मों के 16 व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आयुक्त, राज्य कर (एसटी) के निर्देशों पर गठित राज्य कर विभाग की टीमों ने जीएसटी चोरी कर रही देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर स्थित फर्मों पर छापेमारी की बड़ी कार्रवाई की है। प्रथम दृष्ट्या इन फर्मों द्वारा कुल 12 करोड़ से ऊपर की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एसटी मुख्यालय, देहरादून द्वारा विगत कुछ दिनों से इन 12 फर्मों के लेन-देन पर निगाह रखी जा रही थी। इन फर्मों द्वारा राज्य के बाहर स्थित फर्मों के बिलों की आड़ में बोगस आईटीसी का लाभ लेकर अपनी जीएसटी देयता को समायोजित किया जा रहा था। इन फर्मों की ओर से अपने व्यापार से संबंधित फर्जी संव्यवहारों को छिपाने के लिए बिल टू शिप टू का मोड्यूल का सहारा लिया जा रहा था। इन फर्मों के ई-वे बिल में प्रयुक्त वाहनों की जांच में पाया गया कि वे ई-वे बिल बनाए जाने की तिथियों के दौरान ई-वे बिल में प्रदर्शित स्थलों के मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा को पार नहीं कर रहे थे या ई-वे बिल बनाये जाने की तिथियों के दौरान किसी अन्य स्थल के टोल प्लाजा को पार कर रहे थे। इन फर्मों के सप्लायर फर्मों की बैकवॉड चैन की जांच करने पर यह पाया गया कि ये सप्लायर फर्में या तो अस्तित्वहीन अथवा विभाग की और से पंजीयन निरस्त किया गया हैं। इन में से कुछ फर्में ऐसे माल की ट्रेडिंग दिखा रही थी, जिनको उनकी और से कभी खरीदा ही नहीं गया था।

इन फर्मों द्वारा ऐसा विगत 04 वर्षों (2020-21 से 2023-24 तक) से किया जा रहा था। सूत्रों के अनुसार, प्रथम दृष्ट्या इन फर्मों का कुल 12 करोड़ से ऊपर की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। छापेमारी की कार्रवाई बुधवार देर रात तक चली। छापे के दौरान फर्मों के व्यापार स्थल से टीमों ने अभिलेख अपने कब्जे में लिए हैं, जिनका विश्लेषण का कार्य गतिमान है। इन फर्मों ने जांच के दौरान ही 1.13 करोड़ रुपए जीएसटी मौके पर ही जमा भी करवा दिया है। विभाग की ओर से छापेमारी की इस बड़ी कार्रवाई में कुल 16 टीमें गठित करते हुए 60 अधिकारियों को शामिल किया गया था।

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