कुरूक्षेत्र समाचार:गीता महोत्सव पर श्रीकृष्ण की लीलाओं के मुरीद रहे धर्मनगरी पहुंचे देश-विदेश के पर्यटक!
कुरुक्षेत्र। गीता महोत्सव के दौरान जहां श्रीकृष्ण के मुखारबिंद से निकले गीता के संदेश को आत्मसात करने के लिए हर कोई लालायित रहा और धर्मनगरी 18 दिनों तक पूरी तरह से गीतामयी बनी रही वहीं यहां पहुंचे पर्यटक श्रीकृष्ण की हर लीला के भी मुरीद दिखाई दिए। पवित्र ब्रह्मसरोवर तट व आसपास आयोजित महोत्सव में पहुंचे पर्यटकों को श्रीकृष्ण संग्रहालय भी खूब भाया और करीब तीन हजार पर्यटकों ने इसे हर रोज देखा। महोत्सव के दौरान करीब 64 हजार पर्यटक संग्रहालय पहुंचे, जो गदगद दिखाई दिए।
इस बार सात से 24 दिसंबर तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य आयोजन पवित्र ब्रह्मसरोवर तट पर ही किए गए, जहां 17 दिसंबर को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुख्य कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। माना जा रहा है कि इस बार महोत्सव में पिछले साल की अपेक्षा करीब डेढ़ गुना ज्यादा पर्यटक पहुंचे। विदेशों से भी महोत्सव में पर्यटकों ने भागीदारी की। महोत्सव में आए पर्यटकों ने ब्रह्मसरोवर व सन्निहित सरोवर के समीप ही स्थित श्रीकृष्ण संग्रहालय को भी खूब देखा, जिसके चलते यहां हर दिन मेले जैसा माहौल बना रहा। पूरे महोत्सव के दौरान संग्रहालय भी हर रोज खोला गया, ताकि पर्यटक इसे देखने से महरूम न रह सकें।
श्री कृष्ण को समर्पित है संग्रहालय : बलवान
संग्रहालय के प्रभारी बलवान सिंह का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण को समर्पित यह एकमात्र संग्रहालय है, जिसे भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के प्रयासों से कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा 1987 में बनवाया गया था। इसे बाद में मौजूदा इमारत में स्थानांतरित कर दिया गया था। इसका तत्कालीन राष्ट्रपति आर वैंकटरमन द्वारा उद्घाटन किया गया था। इसमें मल्टीमीडिया महाभारत और गीता गैलरी की स्थापना 2012 में की गई, जिनका उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा किया गया था। संग्रहालय में प्रदर्शित कृतियों में श्रीकृष्ण को एक उपास्य देव, विष्णु के अवतार, एक महान दार्शनिक, महाकाव्य के महानायक, एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं प्रेमी के रूप में चित्रित किया गया है। श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व एवं उनकी शिक्षाएं राष्ट्रीय गौरव के विषय है।
श्रीकृष्ण संग्रहालय देखने के लिए पर्यटक रहे उत्साहित : सीईओ
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीईओ एवं अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी का कहना है कि गीता महोत्सव के दौरान पर्यटकों में श्रीकृष्ण संग्रहालय के प्रति भी खूब उत्साह दिखाई दिया। महोत्सव के पहले दिन से ही करीब तीन हजार पर्यटक ज्यादा पहुंचने लगे थे। सामान्य दिनों में हर रोज करीब एक हजार लोग यहां श्रीकृष्ण की लीलाओं को देखने पहुंचते हैं। पूरे महोत्सव के दौरान करीब 64 हजार पर्यटक यहां पहुंचे और हर कोई यहां अवलोकन कर गदगद दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि संग्रहालय के बेहतर रखरखाव के लिए हर समय केडीबी की ओर से प्रयास जारी रहते हैं।