बिजली व्यवस्था को लेकर योगी और मोदी ने दिखाया प्रदेशवासियों को ठेंगा, संकट में जनता..

लखनऊ। जहां एक तरफ भीषण गर्मी से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त है वहीं बिजली की समस्या से लोगों की परेशानियां कई गुना बढ़ गई हैं।रात-दिन कई घंटे की अघोषित कटौती से लोगों का दिन का चैन और रात का आराम छिन गया है। उत्तरप्रदेश की नई भाजपा सरकार ने बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के वादे तो बहुत किये हैंयोगी और मोदी ने दिखाया प्रदेशवासियों को ठेंगा

लेकिन बिजली संकट बढ़ता ही चला जा रहा है। चुनाव से पहले भी और सरकार गठन के बाद भी योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में 24 घंटे बिजली मुहैया करने को लेकर कई बड़े ऐलान किये। लेकिन बिजली बिना इस भयंकर गर्मी में आम जन-जीवन मुश्किलों में है।भाजपा सरकार बिजली व्यवस्था को नहीं कर पा रही दुरुस्त

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विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि, अगर यूपी में हमारी सरकार बनती है तो, सूबे में 24 घंटे बिजली दी जाएगी। परिणाम ये हुआ कि बीजेपी को यूपी में प्रचंड बहुमत मिला। इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिजली को लेकर नया आदेश जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को 24 घंटे, तहसील मुख्यालयों को 20 घंटे और गांवों को 18 घंटे बिजली मुहैया कराई जायेगी।

इसके बाद भी सूबे का हर व्यक्ति बिजली की समस्याओं से जूझ रहा है। इसी बात को लेकर जब हमारे संवाददाता ने सूबे में रह रहे लोगों से इस पर सवाल पूछा तो,  उन्होंने कहा कि हमने यूपी में बीजेपी की सरकार पर भरोसा किया,ताकि बीजेपी प्रदेशवाशियों के लिए कुछ अलग कर सके। लेकिन यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के तीन महीने बाद भी सूबे के लोग बिजली समस्याओं से त्रस्त हैं तो क्या यही बीजेपी के नारा है “सबका साथ सबका विकास।” साथ तो सबने दिया लेकिन विकास किसी तरफ से नजर नहीं आ रहा। जिसको लेकर सूबे की जनता परेशान है कि आखिर बिजली की समस्या से कब समाधान मिल पायेगा।

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