अभी अभी: लाख कोशिशों के बाद पीएम मोदी को दिखाया गया बाहर का रास्ता, उड़े सबके होश
तमाम कोशिशों के बाद भी पश्चिम बंगाल में भाजपा की चल नहीं पाई। यहाँ उनके द्वारा किए गए प्रचार प्रसार का तनिक भी असर जनता पर नहीं हुआ। यहाँ जनता ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वाली तृणमूल कांग्रेस को सिर-आंखों पर बिठा लिया है और भाजपा का पत्ता साफ़ कर दिया। बता दें यहां हुए 7 नगर निगमों के नतीजे सामने आ चुके हैं। जिनमें चार पर तृणमूल कंग्रेस ने जीत का परचम लहराया है।
दीदी ने दिखाया बाहर का रास्ता
पुजाली, मिरिक, रायगंज और दोमकल में टीएमसी को जीत मिली है। निकाय चुनाव दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, मिरिक, दोमकल, रायगंज और पुजाली में हुए थे।
ख़बरों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस को मुर्शिदाबाद जिले के दोमकल में 21 में से 18 सीटें मिली हैं। बाकी तीन सीटों में एक कांग्रेस को और सीपीआई (एम) को 2 सीटें मिली हैं। ये तीनों उम्मीदवार बाद में टीएमसी में शामिल हो गए।
अब तक के नतीजों के मुताबिक रायगंज की 27 सीट में से टीएमसी ने 14 पर जीत दर्ज की है।
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वहीं, सीपीआईएम-कांग्रेस के खाते में 2 और बीजेपी के खाते मे एक वॉर्ड आया है। पुजाली में पार्टी को 16 में से 12 वॉर्ड और बीजेपी, सीपीआईएम को एक-एक वॉर्ड मिला है।
पार्टी ने मिरिक निकाय चुनावों में भी जीत हासिल की है। उसे 9 में से 6 सीट मिली हैं। वहीं, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) को तीन वॉर्ड मिले हैं। चुनाव जीतने के बाद टीएमसी कार्कार्ताओं ने जमकर जश्न मनाया।
वहीं दार्जिलिंग में जीजेएम आगे चल रही है। यहां 32 वॉर्ड में से जीजेएम को 29 पर जीत हासिल हुई है। हालांकि, एक वॉर्ड जीतकर टीएमसी ने यहां पहली बार अपना खाता खोला है।
कुर्सियांग में जीजेएम को 20 में से 17 वॉर्ड पर जीत मिली है। यहां टीएमसी ने तीन सीटें जीती हैं। कलिम्पोंग में जीजेएम को 23 में से 11 वॉर्ड पर जीत मिली है। वहीं, टीएमसी को 1 और अन्य ने 2 वॉर्ड जीते हैं।
पश्चिम बंगाल में 14 मई को हुए मतदान में कुल 68 प्रतिशत मतदान हुआ था। सातों निकायों में से पुजाली में सबसे ज्यादा 79।6 प्रतिशत और दार्जलिंग में सबसे कम 52 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव के दौरान हिंसा के मामले भी सामने आए थे।
livetoday.online से साभार...