कानपुर: केडीए ने पहले ही बेचे जा चुके प्लॉट भी नीलामी में कर दिए शामिल!

कानपुर में केडीए ने अपने प्लॉटों की नीलामी में ऐसे प्लॉटों को भी शामिल कर दिया, जिन्हें पहले ही बेचा जा चुका है। लापरवाही इस कदर बरती गई कि अफसरों ने यह भी नहीं देखा कि प्रेरणा विहार के इन आठ प्लॉटों की रजिस्ट्री भी केडीए कर चुका है। यह पहला मौका नहीं है जब ऐसा हुआ है। 10 दिन पहले 30 नवंबर को भी हुई प्लॉटों की नीलामी में भी सुजातगंज, बी-ब्लाक के सवा-सवा करोड़ के तीन प्लॉट केडीए ने नीलामी में शामिल कर दिए थे।

ये ऐसे प्लॉट हैं, जिन्हें बेचने के बाद प्राधिकरण आवंटियों को कब्जा ही नहीं दिला पा रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा इस जमीन पर दावा जताए जाने के कारण खुद केडीए अभी तक बाउंड्री भी नहीं करा पाया है। लगातार बरती जा रही इस तरह की लापरवाही के कारण खरीदार भी नहीं आ रहे हैं। यही वजह है कि बेचे जा रहे 608 प्लाटों के लिए मात्र 389 आवेदकों ने ही पंजीकरण कराया है जबकि नीलामी की अंतिम तारीख 16 दिसंबर है।

एक्सिस बैंक के जरिये हो रही है प्लॉटों की ई-नीलामी
केडीए ने दीपावली के मौके पर 10 नवंबर से बर्रा, स्वर्ण जयंती विहार, हाइवे सिटी, सकरापुर, दहेली-सुजानपुर में 480 आवासीय और जान्हवी-भागीरथी योजना में 128 व्यावसायिक प्लॉटों की ई-नीलामी के माध्यम से बिक्री शुरू की थी। नीलामी की अंतिम तारीख 10 दिसंबर थी। बाद में इसे बढ़ाकर 16 दिसंबर कर दिया गया। विकास प्राधिकरण के एक अधिकारी के अनुसार आवासीय प्लॉटों की ई-नीलामी एक्सिस बैंक के जरिये की जा रही है।

आठ प्लॉटों को केडीए पहले ही बेच चुका है
इनके लिए 367 लोगों ने ही आवेदन किया है। इसी तरह व्यवसायिक प्लॉटों की ई-नीलामी इंडस इंड बैंक के जरिये की जा रही है। पड़ताल करने पर पता चला कि जोन-3 के तहत आने वाले सेक्टर-बी प्रेरणा विहार में 81 से 162 वर्गमीटर के जिन 34 प्लॉटों की बिक्री की जा रही है, उनमें से आठ प्लॉटों को केडीए पहले ही बेच चुका है। इनकी रजिस्ट्री भी हो चुकी है। बस कब्जा मिलना बाकी है।

ई-नीलामी की 16 दिसंबर को शाम 5:00 बजे तक होगी
केडीए द्वारा इन प्लॉटों की दोबारा बिक्री का पता चलते ही आवंटी केडीए अफसरों से मिले और उन्हें रजिस्ट्री दिखाई। दोबारा बिक्री रोकने और जल्द से जल्द उन्हें कब्जा देने का आग्रह किया। इस बारे में पूछे जाने पर केडीए के जनसंपर्क अधिकारी एसबी राय ने बताया कि प्रेरणा विहार के आठ प्लॉटों की बिक्री रोक दी गई है। 600 अन्य प्लॉटों की ई-नीलामी की 16 दिसंबर को शाम 5:00 बजे तक होगी। सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले आवेदक प्लॉट नीलाम कर दिया जाएगा।

लापरवाही ऐसी कि कब्जा नहीं दिला पा रहा केडीए
608 प्लाटों की बिक्री से पहले केडीए ने सुजातगंज में तीन प्लॉटों सहित विभिन्न योजनाओं में 511 प्लॉटों की ई-नीलामी की थी। 30 नवंबर तक नीलामी हुई थी और इसमें भी जोन-4 में आने वाले सुजातगंज बी-ब्लॉक योजना के तीन ऐसे प्लॉट शामिल कर दिए थे, जिन्हें वह पहले ही बेच चुका है। खास बात यह है कि केडीए ने जिस जमीन को अपना बनाते हुए प्लॉट बेचे हैं और बेच रहा है।

प्लॉटों की कीमत औसतन सवा-सवा करोड़ रुपये है
उस पर वह खुद बाउंड्री नहीं करवा पा रहा है। नवंबर में वहां बाउंड्री बनवाना शुरू किया भी गया था पर उक्त जमीन अपनी होने का दावा करने वाले कुछ लोगों ने काम बंद करवा दिया था। अब स्थिति हे है कि सुजातगंज, बी-ब्लाक योजना में बेचे गए 27 प्लॉटों के आवंटी परेशान हैं। इन सभी ने कमिश्नर को प्रार्थनापत्र देकर जल्द से जल्द कब्जा दिलाने की गुहार लगाई है। 297.66 वर्गमीटर के इन प्लॉटों की कीमत औसतन सवा-सवा करोड़ रुपये है।
इन मामलों की जांच कराकर जिम्मेदारी तय की जाएगी। जो भी दोषी होगें, उन पर कार्रवाई की जाएगी। -शत्रोहन वैश्य, सचिव, केडीए

संपत्ति विभाग की लापरवाही के कारण सुजातगंज योजना में कुछ प्लाटों में विवाद है, जो न्यायालय में चल रहा है। -आरके पांडेय, अधिशासी अभियंता, जोन-4, केडीए

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