महाराष्ट्र विधानसभा में दाऊद और इकबाल मिर्ची कनेक्शन की गूंज, पढ़े पूरी खबर
मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र गुरुवार को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में नवाब मलिक को शामिल करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अजीत पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट के बीच खींचतान के साथ शुरू हुआ. जहां भाजपा ने ‘अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम’ के साथ कथित संबंधों को लेकर राज्य विधानसभा में मलिक की मौजूदगी पर आपत्ति जताई, वहीं विपक्ष ने शुक्रवार को राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ भी इसी तरह के आरोप लगाए. विपक्ष ने भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट के महायुति गठबंधन में उनकी स्वीकार्यता पर भगवा खेमे पर सवाल उठाए.
नवाब मलिक के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने पर आपत्ति जताने पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस से सवाल करते हुए विपक्षी नेताओं ने भाजपा पर दिवंगत गैंगस्टर और ड्रग तस्कर इकबाल मिर्ची के साथ कथित संबंधों के लिए राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा में अंडरवर्ल्ड कनेक्शन की गूंज सुनाई दी. देखा जाए तो महाराष्ट्र में कई राजनीतिक नेताओं की इसके लिए जांच की जा रही है.
महाराष्ट्र के इन नेताओं पर जांच की आंच
नवाब मलिक
नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस साल फरवरी 2022 और अगस्त में गिरफ्तार किया था. मलिक वर्तमान में चिकित्सा आधार पर जमानत पर हैं. उन्हें दाऊद इब्राहिम के साथ कथित संबंध और उसकी बहन हसीना पारकर को कुर्ला में एक जमीन हड़पने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
प्रफुल्ल पटेल
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के स्वामित्व वाली वर्ली स्थित एक व्यावसायिक इमारत की चार मंजिलें ईडी ने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी इकबाल मिर्ची से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कुर्क कर ली थीं. जांच एजेंसी ने मिर्ची के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है और एनसीपी नेता के खिलाफ अपनी जांच जारी रखी.
अजित पवार
अपने चाचा शरद पवार को छोड़कर बीजेपी-एकनाथ शिंदे गठबंधन में शामिल होने वाले अजित पवार जरांधेश्वर सहकारी चीनी मिलों की कम कीमत पर नीलामी में उनकी कथित भूमिका के लिए ईडी के रडार पर हैं.
यामिनी जाधव (शिंदे गुट)
आयकर विभाग ने वर्ष 2019 में दायर चुनावी हलफनामे में विसंगतियों को लेकर महाराष्ट्र के भायखला से विधायक यामिनी यशवंत जाधव को अयोग्य ठहराने की मांग की है.
प्रताप सरनाईक (शिंदे गुट)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) घोटाले के सिलसिले में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के स्वामित्व वाली कंपनी के कई भूखंडों को अपने कब्जे में ले लिया है.
हसन मुश्रीफ (अजित पवार गुट)
इससे पहले जनवरी 2023 में, ईडी ने सहकारी चीनी मिल की खरीद में कथित अनियमितताओं की जांच के तहत कोल्हापुर और पुणे जिलों में एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हसन मुश्रीफ से जुड़े कई परिसरों पर छापेमारी की थी. वर्ष 2019 में भी आयकर विभाग ने मुशरिफ के आवासों और फैक्ट्री परिसरों पर छापेमारी की थी.
भावना गवली (शिंदे गुट)
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गवली से जुड़े परिसरों की तलाशी ली है. ईडी ने सत्ता का दुरुपयोग कर सरकारी अनुदान के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया.