दिल्ली: वसंत कुंज में दिल्ली पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वसंत कुंज इलाके में संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद लॉरेंस गिरोह के दो शूटरों को पकड़ा है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जानकारी मिली थी कि दो बदमाश वसंत कुंज इलाके में हैं, दोनों लॉरेंस गिरोह के शूटर हैं। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल वहां पहुंची।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से गोलीबारी हुई। जिसके बाद पुलिस ने दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि इन दोनों को तब गिरफ्तार किया गया जब ये दक्षिणी दिल्ली के एक प्रसिद्ध पांच सितारा होटल के पास गोलीबारी करने जा रहे थे।
शूटरों की पहचान हो गई है, दोनों हरियाणा के रहने वाले हैं। बताया जा रहै कि इनमें से एक नाबालिग है, जो रोहतक जिले में सशस्त्र डकैती मामले में शामिल रही है। दूसरा बदमाश अनीश भी रोहतक जिले में सशस्त्र डकैती, आर्म्स एक्ट, मारपीट आदि के छह आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
Delhi Police Special Cell has apprehended two shooters of the Lawrence gang after a brief encounter in the Vasant Kunj area
Details awaited.— ANI (@ANI) December 9, 2023
लारेंस-गोल्डी गैंग ने करवाई थी पूर्व विधायक के घर पर फायरिंग
इससे पहले शुक्रवार को भी दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शूटरों को गिरफ्तार किया था। ये तीन दिसंबर को पंजाब के एक पूर्व विधायक के पंजाबी बाग स्थित घर पर हुई फायरिंग की घटना में शामिल थे। पश्चिमी दिल्ली के पश्चिमी पंजाबी बाग में रहने वाले अकाली दल के फरीदकोट, पंजाब से पूर्व विधायक के घर पर तीन दिसंबर को फायरिंग जबरन उगाही के लिए लारेंस बिश्रोई- गोल्डी बरार गिरोह ने करवाई थी। पूर्व विधायक ने जबरन वसूली देने से मना कर दिया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने फायरिंग की इस वारदात की गुत्थी को 72 घंटे में सुलझाने का दावा करते हुए गिरोह के शूटर आकाश उर्फ कस्सा और नितेश उर्फ सिंटी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से दो पिस्तौल, सात कारतूस और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
पूर्व विधायक का पंजाब में है शराब का कारोबार
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि पश्चिमी पंजाबी बाग में रहने वाले अकाली दल के फरीदकोट, पंजाब से पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के घर पर तीन दिसंबर को दो बदमाशों ने 7-8 फायर किए थे। पुलिस को मौके से दो खोल मिले थे। मामला दर्जकर जांच अपराध शाखा में तैनात इंस्पेक्टर रामपाल की टीम ने जांच शुरू की। पता चला कि पूर्व विधायक पंजाब में शराब का कारोबार करता है। उनके व्हाट्सएप नंबर पर कुछ धमकी भरे/जबरन वसूली वाले वॉयस मैसेज आए थे। इससे पहले उनकी पंजाब स्थित दो शराब की दुकानों को लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बरार गैंग के सदस्यों ने जला दिया था। इस संबंध में पंजाब में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे।
घटना के सीसीटीवी फुटेज की जांच और विश्लेषण किया गया। संदिग्धों पर मैनुअल और तकनीकी निगरानी रखी गई। इसके बाद एसीपी उमेश बर्थवाल व इंस्पेक्टर रामपाल की निगरानी में एसआई के हेमंत कुमार, प्रमोद, मुकेश, एएसआई के नरेंद्र व अमित गुलिया की टीम ने वीपीओ भटगांव, सोनीपत, हरियाणा निवासी आकाश उर्फ कस्सा को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसने पीएस पंजाबी बाग, दिल्ली में गोलीबारी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। इससे पूछताछ के बाद दूसरे आरोपी ग्राम घिकारा, तहसील चरखी दादरी, हरियाणा निवासी नितेश उर्फ सिंटी को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त आकाश उर्फ कस्सा पहले तीन आपराधिक मामलों में संलिप्त पाया गया था।
जेल में हुई थी गिरोह के सदस्यों से मुलाकात
वीपीओ भटगांव, सोनीपत, हरियाणा निवासी आकाश ने खुलासा किया कि वह थाना मोहना, हरियाणा में हत्या के प्रयास के एक मामले में जेल में बंद था। जेल अवधि के दौरान उसकी मुलाकात गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों से हुई और वह गिरोह में शामिल हो गया। नितेश की अपने गांव के कुछ लोगों से निजी दुश्मनी है, इसलिए वह लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गिरोह के सदस्यों में शामिल हो गया और अपराध की दुनिया में कदम रखा।





