इंदौर: प्याज के बाद अब चढ़ने लगे टमाटर के भाव

बुधवार तक टमाटर 60 रुपये किलो में बिक रहे थे, लेकिन गुरुवार को कीमत कम हुई है। अब 50 रुपये किलो तक टमाटर बिक रहे है। मांगलिक आयोजन शुरू होने से टमाटर की डिमांड बढ़ी हुई है। दिसंबर तक टमाटर के भाव फिर कम हो जाएंगे।

टमाटर के भाव में इस साल तेजी बनी हुई है। सालभर में दो बार टमाटर के भाव चढ़े है और गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों की सब्जियों से टमाटर गायब हो गए। महीने भर पहले तक इंदौर में 20 से 25 रुपये किलोमीट टमाटर के भाव थे, लेकिन अब फिर धीरे-धीरे दाम बढ़ने लगे है।

खेरची में टमाटर 40 से 50 रुपये प्रति किलो तक बिक रहे है। जानकारों का कहना है कि मौसम के कारण नए टमाटर बाजार में आने में देरी हुई। इस वजह से टमाटर के भाव बढ़े है, लेकिन अब नई फसल के टमाटर बाजार में आने लगेंगे और कीमतें फिर कम हो जाएगी।

मौसम में बदलाव का असर इस बार सब्जियों और फसलों पर पड़ रहा है। इस कारण असमान कीमतें हो रही है। अप्रैल मई में बेमौसम बारिश और फिर तेज गर्मी ने आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में टमाटर की फसलें खराब कर दी थी और हर साल की तुलना में टमाटर का आधा ही उत्पादन देश में हुुआ था।

इस कारण जुलाई में टमाटर के भाव सवा सौ रुपये किलो तक पहुंचे थे, लेकिन नई फसल के बाद टमाटर के भाव कम हो गए। इंदौर चोइथराम सब्जी मंडी एसोसिएशन के पदाधिकारी फारुक राइन का कहना है कि इस बार अक्टूबर-नवंबर में भी तेज ठंड नहीं पड़ रही है। इससे टमाटर की फसल लेट हो गई। नवंबर में भाव बढ़ने का यहीं कारण है।

बुधवार तक टमाटर 60 रुपये किलो में बिक रहे थे, लेकिन गुरुवार को कीमत कम हुई है। अब 50 रुपये किलो तक टमाटर बिक रहे है। मांगलिक आयोजन शुरू होने से टमाटर की डिमांड बढ़ी हुई है। दिसंबर तक टमाटर के भाव फिर कम हो जाएंगे। इंदौर की मंडियों में टमाटर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा महाराष्ट्र और राजस्थान की तरफ से आते है।

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