कानपुर विकास प्राधिकरण इस जगह ला रहा आवासीय योजना, किसानों से अधिग्रहित की जाएगी जमीन
कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) मैनावती मार्ग से सिंहपुर और सिंहपुर से कल्याणपुर के बीच में न्यू कानपुर सिटी के साथ ही दक्षिण क्षेत्र में बिनगवां में 60 हेक्टेयर जमीन पर आवासीय योजना ला रहा है। इसके लिए खाका तैयार हो गया है। कैबिनेट की मंगलवार को हुई बैठक में बिनगवां योजना के लिए 50 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए जारी किए हैं।
कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) मैनावती मार्ग से सिंहपुर और सिंहपुर से कल्याणपुर के बीच में न्यू कानपुर सिटी के साथ ही दक्षिण क्षेत्र में बिनगवां में 60 हेक्टेयर जमीन पर आवासीय योजना ला रहा है। इसके लिए खाका तैयार हो गया है।
कैबिनेट की मंगलवार को हुई बैठक में बिनगवां योजना के लिए 50 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए जारी किए हैं। केडीए को किसानों से 24 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करनी है। इसके लिए 100 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में देना है। धन मिलने से अब योजना अगले साल धरातल पर आ जाएगी। पिछले दो साल से योजना कागजों में दौड़ रही थी।
निवेशकों ने योजना में दिखाई थी रुचि
जनवरी 2023 में हुए इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों के सामने केडीए ने बिनगवां योजना का खाका रखा था। निवेशकों ने योजना में रुचि दिखाई। इसके बाद केडीए ने किसानों से भूमि अधिग्रहण के लिए तैयारी शुरू कर दी लेकिन धन आड़े आने से योजना कागज में ही सीमित होकर रह गई।
केडीए उपाध्यक्ष विशाख जी ने शासन को न्यू कानपुर सिटी योजना और बिनगवां योजना के लिए जमीन अधिग्रहण करने को धन की मांग करते हुए पत्र लिखा था। इसके तहत कैबिनेट ने न्यू कानपुर सिटी योजना में 100 करोड़ रुपये और बिनगवां में 50 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं।
बिनगवां योजना के लिए भी शासन से 50 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही किसानों से भूमि अधिग्रहण करके अगले साल तक योजना को धरातल पर लाया जाएगा। – शत्रोहन वैश्य, सचिव केडीए
- योजना का हाल
योजना आई – वर्ष 2021 - लागत – 1500 करोड़ रुपये
- कुल जगह पर योजना – 60 हेक्टेयर
- ग्राम समाज से – 23.290 हेक्टेयर
- अरबन सीलिंग – 12.034 हेक्टेयर
- किसानों से भूमि अधिग्रहण करना है – 24.947 हेक्टेयर
- मुआवजा दिया जाना है – प्रति हेक्टेयर जमीन के दाम 1.98 करोड़ रुपये हैं।
- योजना शहर में होने के चलते किसानों को दोगुणा धनराशि दी जाएगी।
- योजना – मौरंग मंडी बिनगवां के पास।
- यह होंगे भूखंड – आवासीय, व्यावसायिक और मिश्रित भूखंड।
- प्लाट होंगे – 500