कनाडा के नागिरक पीएम ट्रूडो की आप्रवासन नीतियों से परेशान!

भारत के साथ तनाव का असर अब कनाडा के लोगों पर नजर आना शुरू हो गया है। कनाडाई नागरिक देश में जीवनयापन की लागत के संकट को लेकर चिंतित हैं। बड़ी संख्या में कनाडाई लोगों का मानना है कि कनाडा में आप्रवासन को सीमित किया जाना चाहिए। यह खुलासा एनवायरोनिक्स इंस्टीट्यूट के एक नए सर्वे में हुआ है। सर्वेक्षण में पाया गया कि 44 प्रतिशत कनाडाई इस कथन से सहमत हैं कि “कनाडा में कुल मिलाकर बहुत अधिक आप्रवासन है,” जबकि 51 प्रतिशत असहमत हैं। यह सर्वेक्षण तबसामने आया है जब आप्रवासन मंत्री मार्क मिलर “कनाडा की आप्रवासन प्रणाली में सुधार के लिए रणनीतिक आप्रवासन समीक्षा रिपोर्ट और योजना” की घोषणा की तैयारी कर रहे हैं ।
पर्यावरण विज्ञान के एक वरिष्ठ सहयोगी कीथ न्यूमैन ने कहा, “यह इस स्तर पर सबसे बड़ा बदलाव है जो हमने चार दशकों में देखा है।” सालाना लगभग 500,000 नए आगमन का वर्तमान आप्रवासन लक्ष्य 2025 में समाप्त होने वाला है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन लक्ष्यों को कम किया जा सकता है, मिलर ने कहा कि अभी यह “कार्य प्रगति पर है।” राजनीतिक प्राथमिकताओं के संबंध में, 29 प्रतिशत उदारवादियों और 24 प्रतिशत एनडीपी उत्तरदाताओं की तुलना में, 64 प्रतिशत कंजर्वेटिव उत्तरदाताओं ने सहमति व्यक्त की कि बहुत अधिक आप्रवासन है।