मालन नदी का पुल टूटने की खबर मिलते ही ऋतु खंडूड़ी भूषण ने प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया..

मालन नदी का पुल टूटने की खबर मिलते ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी पाया जाएगा, कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मालन पुल को 2010 में लोक निर्माण विभाग ने तैयार किया था। इसकी गुणवत्ता को लेकर उस समय भी सवाल खड़े हुए थे, लेकिन शासन-प्रशासन ने गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया। अब 13 साल में ही पुल के भरभराकर गिर जाने पर सवाल उठ रहे हैं।

लोग कार्यदायी संस्था की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। इससे पूर्व बीते वर्ष भी सुखरो नदी पर बना पुल का पिलर भी क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे वहां पर आवाजाही में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यह बताना भी जरूरी है कि मालन पार दो दर्जन से अधिक गांव हैं, जहां पर सैकड़ों परिवार निवास करते हैं।

वहां से तमाम लोग रोजगार के लिए कोटद्वार शहर में आते हैं। पुल ध्वस्त होने से कोटद्वार भाबर का संपर्क पूरी तरह से कट गया है।

दोषियों के खिलाफ करेंगे कड़ी कार्रवाई: ऋतु

मालन नदी का पुल टूटने की खबर मिलते ही विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी पाया जाएगा, कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ये संकट का समय है और सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने वैकल्पिक मार्ग का भी निरीक्षण किया।

हुकुम के भागो-भागो चिल्लाने तक पुल ढह गया

भाबर के जशोधरपुर निवासी प्रशांत मोहन डबराल, रविंद्र और हुकुम सिंह गुरुवार सुबह घर से कोटद्वार की तरफ निकले थे। रास्ते में मालन नदी के पुल पर खड़े होकर नदी का जलस्तर देखने के लिए बाइक रोकी। तभी भरभराकर पुल गिर गया। रविन्द्र और हुकुम किसी तरह जान बचाने में कामयाब रहे, वहीं प्रशांत बह गया। रविंद्र ने बताया कि पुल में जैसे ही खड़े हुए तभी जोर से आवाज आई। हुकुम सिंह के भागो-भागो बोलते ही पुल ढह गया। वह और हुकुम टूटे हिस्से में लटक गए। दोनों ने एक-दूसरे को सहारा देकर किसी तरह बाहर निकाला।

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