बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता ने सरफराज खान को नहीं चुने जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी..
बीसीसीआई ने हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट और वनडे टीम की घोषणा की। टेस्ट टीम में सरफराज खान को नहीं चुने जाने के बाद चयनकर्ताओं की जमकर आलोचना हो रही है। बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता ने सरफराज खान को नहीं चुने जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी और मौजूदा चयनकर्ताओं पर जमकर भड़ास निकाली है।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। बीसीसीआई ने हाल ही में वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट और वनडे टीम की घोषणा की। टेस्ट टीम में सरफराज खान को नहीं चुने जाने के कारण बीसीसीआई चयनकर्ताओं को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है। सरफराज खान इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।
हाल ही में बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से पीटीआई की रिपोर्ट थी कि सरफराज खान को फिटनेस स्तर व मैदान के बाहर खराब व्यवहार के कारण राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली है। बीसीसीआई के पूर्व चयनकर्ता सबा करीम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और उनका मानना है कि यह बेतुका कारण दिया गया है।
सबा करीम ने क्या कहा
सबा करीम ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में कहा, ”मैंने सरफराज खान से बातचीत की और मुझे नहीं लगता कि कोई दिक्कत है। अगर अनुशासनात्मक मामला है तो वो मुंबई के लिए नियमित रूप से कैसे खेल रहा है? हमने मुंबई के कोच, कप्तान या प्रबंधन से सरफराज खान के बारे में कुछ नहीं सुना।”
करीम ने साथ ही कहा, ”मुझे इन सब में कोई विश्वास नहीं है। मेरे ख्याल से प्रबंधन और कोच का काम है कि अगर इस तरह का कोई मामला है तो वो क्रिकेटर्स को संभाले। मेरे ख्याल से चयन नहीं करने के लिए यह बेतुका बयान दिया गया है।”
सरफराज का शानदार प्रदर्शन
बता दें कि सरफराज खान ने 37 फर्स्ट क्लास मैचों में 3505 रन बनाए हैं। उनकी औसत 79.65 की शानदार है और इस दौरान उन्होंने 13 शतक लगाए। उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी घरेलू मैचों में नाबाद 301 रन की है। 2022-23 रणजी ट्रॉफी सीजन में सरफराज खान ने 92.66 की शानदार औसत के साथ 556 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 6 मैचों में तीन शतक जमाए।
मुंबई के बल्लेबाज 2022 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने छह टेस्ट मैचों में 122.75 की औसत से 982 रन बनाए थे। तब उन्होंने अपने खाते में चार शतक जोड़े थे। 2019-20 में सरफराज खान रणजी ट्रॉफी के टॉप-5 रन बनाने वाले बल्लेबाजों में से एक थे। उन्होंने छह मैचों में तीन शतक और 154.66 की औसत से 928 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने नाबाद 301 रन की पारी भी खेली थी।