अगर आप भी पुरी घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यहां के बेहतरीन जगहों के बारे में जान लें…
वैसे तो पुरी जगन्नाथ मंदिर के लिए काफी फेमस है लेकिन इसके अलावा भी इस शहर में काफी कुछ देखने लायक हैं। आप यहां धार्मिक स्थल से लेकर प्राकृतिक नज़ारों का आनंद ले सकते हैं। यहां एक से बढ़कर एक दर्शनीय स्थल देखने को मिल जाएंगे। तो अगर आप भी पुरी घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यहां के बेहतरीन जगहों के बारे में जान लें…
ओडिशा के पुरी में हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। इस साल यह यात्रा 20 जून 2023 को निकाली गई। अगर आप भी भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए पुरी गए हैं या घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इन दर्शनीय स्थलों को देखना न भूलें। आइए जानते हैं, पुरी के फेमस जगहों के बारे में…
चिल्का लेक
पुरी से लगभग 55 किमी की दूरी पर स्थित चिल्का लेक खारे पानी की सबसे बड़ी झील है। यह पर्यटकों के घूमने के लिए बेहतरीन जगहों में से एक है। आप यहां बर्ड वॉचिंग का शानदार नजारा देख सकते हैं। इसके अलावा आप डॉल्फ़िन के विभिन्न प्रजातियों के दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा पर्यटक यहां कई मछलियों जैसे जंबो झींगों और स्वादिष्ट केकड़ों का भी आनंद लेते हैं।
जगन्नाथ मंदिर
यह मंदिर भगवान जगन्नाथ को समर्पित है। इन्हें भगवान विष्णु का एक रूप माना जाता हैं। यह हिंदुओं के सबसे प्रिय तीर्थ स्थलों में से एक है। चार धाम यात्रा में बद्रीनाथ, द्वारका और रामेश्वरम के साथ जगन्नाथ धाम भी शामिल है। इसमें शानदार नक्काशी के साथ उड़िया स्थापत्य शैली है।
जब भी आप इस मंदिर का दर्शन करने जाएं, तो आप मंगल आरती और महाप्रसाद को भूलकर भी मिस न करें । जगन्नाथ पुरी मंदिर में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार पुरी रथ यात्रा, स्नान यात्रा, चंदन यात्रा, डोला यात्रा और मकर संक्रांति हैं।
पुरी बीच
पुरी बीच बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित गोल्डन बीच है। यह पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केन्द्र है। अगर आप सुबह की सैर पर जाते हैं, तो यहां से आप सूर्योदय और लहरों के बीच की शानदार दृश्य का आनंद ले सकते हैं। आप यहां कयाकिंग, सर्फिंग, जेट स्कीइंग और बोटिंग जैसी एक्टिविटीज भी कर सकते हैं।
रघुराजपुर आर्टिस्ट विलेज
रघुराजपुर भारगाबी नदी के दक्षिणी तट पर स्थित एक हिंदू तीर्थ शहर है। यहां भगवान जगन्नाथ के सिंहासन के नीचे इस्तेमाल की जाने वाली पारंपरिक सजावट भी है, जिसे पटास कहा जाता है। यह गांव गुरु केलुचरण महापात्र के जन्मस्थान के रूप में भी प्रसिद्ध है।
विमला टेम्पल
विमला मंदिर को बिमला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक शक्ति पीठ के रूप में माना जाता है। यह मंदिर बलुआ पत्थरों से बना है। मंदिर के पास ही रोहिणी कुंड नामक तालाब स्थित है। जो काफी फेमस है।
दुर्गा पूजा यहां आयोजित होने वाले भव्य उत्सवों में से एक है। यह 16 दिनों तक चलता है। इस त्योहार में मंदिर को शानदार ढंग से सजाया जाता है। यहां श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ होती है।