भोपाल के बाजारों और आसपास के क्षेत्रों में पूर्व सीएम कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए..
इन पोस्टरों पर वांटेड लिखा गया है और स्कैनर के जरिए उनके कार्यकाल में हुए घोटालों के बारे में बताया गया है। इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच खींचतान शुरू हो गई है। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों पार्टियां काफी सक्रिय है।
राजधानी की मनीषा मार्केट बस स्टॉप सहित आसपास के क्षेत्रों में पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में कमलनाथ को वांटेड बताया गया। इतना ही नहीं, इन पोस्टर पर एक स्कैनर दिया गया है, जिसे स्कैन करने पर कमलनाथ सरकार के 15 महीनों के कार्यकाल में हुए घोटालों की जानकारी दी गई है
पोस्टर लगाने वाले का पता नहीं
बीच बाजार में लगाए गए पोस्टर को आने-जाने वाला हर व्यक्ति और वाहनचालक रूक-रूक कर देख रहे हैं। इन पोस्टरों के जरिए कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले के बारे में बताने की कोशिश की गई है। हालांकि, अब तक इस बात का पता नहीं लग सका है कि आखिर यह पोस्टर लगाए किसने है।
पोस्टर विवाद को लेकर वीडियो वायरल
इस पोस्टर कांड के बीच ही नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह बोल रहे हैं कि भाजपा के किसी नेता ने यह हरकत की है। भाजपा इस समय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से घबराई और डरी हुई है।
भाजपा को हराकर सिखाएगी सबक
वीडियो में गोविंद सिंह बोल रहे हैं कि 15 महीनों के शासन काल को प्रदेश की जनता ने पसंद किया। किसनों का कर्ज माफ हुआ, बिजली के बिलों से राहत मिली। अब जब चुनाव में भाजपा को कांग्रेस सरकार बनती नजर आ रही है, तो इस तरह के पोस्टर लगाकर कमलनाथ को वांछित नाथ बता रहे हैं। उन्हें करप्शन नाथ कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता भाजपा को को हरा कर सबक सिखााएगी। वहीं, दूसरी ओर मप्र युवा कांग्रेस के विवेक त्रिपाठी ने कहा कि दोपहर तीन बजे कांग्रेसी हबीबगंज थाने के पोस्टर कांड के खिलाफ पुलिस से शिकायत करने जाएंगे।
भाजपा ने किया पलटवार
पोस्टर विवाद परवीडी शर्मा ने भी बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि पोस्टर कांड से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। ये कांग्रेस की ही भीतरी लड़ाई है। कांग्रेस में जूतमपैजार, पुत्रों को आगे बढ़ाने की लड़ाई चल रही है। मिस्टर करप्टनाथ, कमलनाथ की सारी चरित्रावली भ्रष्टाचार की है।