ठक-ठक गिरोह के बदमाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार…
नोएडा में सेक्टर-39 थाने की पुलिस ने बुधवार को ठक-ठक गिरोह के बदमाश को गिरफ्तार किया। वह अब तक 200 से अधिक कार के शीशे तोड़कर लैपटॉप और कीमती सामान चोरी कर चुका है। वह बेल्ट में जासूसी कैमरा लगाकर घटना को अंजाम देता था। उसके गिरोह में शामिल एक अन्य बदमाश की तलाश की जा रही है।
एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गिरफ्त में आए बदमाश की पहचान फरीदाबाद के सूर्या विहार के अरमान आलम उर्फ इत्मियाज के रूप में हुई है। अरमान और उसका साथी हरवंश उर्फ अनिल भाटी एनसीआर के प्रमुख बाजारों और मॉल के बाहर खड़ी कार में रखे बैग को चिह्नित करते थे। इसके बाद दोनों गुलेल में छर्रे लगाकर कार का शीशा तोड़कर बैग और लैपटॉप चोरी कर लेते थे। चोरी किए गए लैपटॉप को बदमाश दो अन्य लोगों को बेच देते थे।
एक मिनट से कम समय में करता था चोरी
चोरी का लैपटॉप खरीदने वाले व्यक्तियों को पुलिस ने मामले में आरोपी बनाया है और उनकी तलाश में दबिश दे रही है। अरमान ने अब तक 200 से अधिक वारदात की हैं। उस पर फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद सहित अन्य जगहों पर 66 मुकदमे विभिन्न धाराओं में दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी के खाते में जमा एक लाख की रकम को फ्रीज करा दिया है। अरमान के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की तैयारी की जा रही है। पुलिस के अनुसार अरमान महज 30 से 45 सेकेंड में गुलेल से कार का शीशा तोड़कर देता था। उसकी निशानदेही पर तीन लैपटॉप, दो खाली बैग, घटना में इस्तेमाल होने वाली स्कूटी, स्पाई कैमरा, पांच हजार रुपये समेत सामान बरामद किया है।
सुबह-शाम ही चोरी करता था पूछताछ में पता चला है कि बीते तीन दिनों में अरमान ने नोएडा और गाजियाबाद में 11 वारदात की है। इसमें से छह घटनाएं नोएडा में हुई हैं। वह फिर से वारदात करने के लिए नोएडा आया था और पुलिस के हत्थे चढ़ गया। अन्य शहरों की पुलिस से भी अरमान का आपराधिक इतिहास पता किया जा रहा है। आरोपी ने 14 साल पहले हिंदू युवती से शादी की थी। लूट और चोरी करने के कारण युवती अरमान से अलग रहने लगी। अरमान घटना सुबह और शाम के समय करता था।
घर के बाहर लगे कैमरे से पुलिस पर नजर रखता था
पुलिस के अनुसार अरमान इतना शातिर है कि उसने अपने घर के अलावा गलियों में भी सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे। कैमरों का एक्सेस उसने खुद के अलावा भाई और दोस्तों को भी दे रखा था। उसके घर के आसपास जब भी पुलिस पहुंचती थी कैमरे के माध्यम से उसे जानकारी हो जाती थी और वह फरार हो जाता था।