वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप यानी डब्ल्यूटीसी के दूसरे संस्करण का खिताब जीतने के लिए भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया ने 444 रनों का लक्ष्य रखा
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप यानी डब्ल्यूटीसी के दूसरे संस्करण का खिताब जीतने के लिए भारत के सामने ऑस्ट्रेलिया ने 444 रनों का लक्ष्य रखा है। अगर टीम इंडिया इस महामुकाबले में जीत दर्ज करने में कामयाब रहती है तो वह टेस्ट में सबसे बड़ा टारगेट चेज कर इतिहास रच देगी। जी हां, टेस्ट क्रिकेट में अभी तक कुल 4 बार 400 से अधिक रन का लक्ष्य चेज हो चुका है, मगर किसी टीम ने कभी 444 रन चेज नहीं किए हैं। वहीं बात भारतीय टीम की करें तो 1976 में एकमात्र बार भारत ने 400 से अधिक रन चेज किए थे, इस दौरान उनके सामने वेस्टइंडीज की टीम थी।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा टारगेट चेज करने का रिकॉर्ड फिलहाल वेस्टइंडीज के नाम है जिन्होंने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 418 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। वहीं इस सूची में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया दो अन्य ऐसी टीमें हैं जो ये कारनामा कर चुकी है।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा टारगेट चेज करने वाली टीमें-
वेस्टइंडीज- 418 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2003
साउथ अफ्रीका- 414 बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2008
ऑस्ट्रेलिया- 404 बनाम इंग्लैंड, 1948
भारत- 403 बनाम वेस्टइंडीज, 1976
वेस्टइंडीज- 395 बनाम बांग्लादेश 2021
बात मुकाबले की करें तो, टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ के शतक के दम पर पहली पारी में 469 रनों का स्कोर बोर्ड पर लगा दिया था। इस स्कोर के सामने भारत की पहली पारी 296 रनों पर सिमट गई थी। टीम इंडिया के लिए अजिक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतक जड़े थे।
173 रनों की बढ़त के अलावा ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट के नुकसान पर 270 रनों पर घोषित कर दी थी। कंगारुओं के लिए इस दौरान ऐलेक्स कैरी ने अर्धशतक जड़ा था।
444 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट के नुकसान पर 164 रन बना लिए हैं। क्रीज पर विराट कोहली के साथ अजिंक्य रहाणे मौजूद हैं। भारत को आखिरी दिन जीत के लिए 280 रनों की दरकार है।