दिल्ली का अध्यादेश न्यायपालिका का अपमान है- अखिलेश यादव

दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार के अध्यादेश के सवाल पर केजरीवाल को अब अखिलेश का साथ मिल गया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुलकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ आ गए हैं। अखिलेश यादव कहा, दिल्ली का अध्यादेश न्यायपालिका का अपमान है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का परिणाम है और लोकतांत्रिक-अन्याय का भी। अखिलेश ने इस संबंध में ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि भाजपा जानती है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सीटों पर उसकी करारी हार होगी, इसीलिए जनता से पहले ही बदला ले रही है। अध्यादेश के नाम पर ये जनादेश की हत्या है। अरिवंद केजरीवाल इस लड़ाई में पूरे विपक्ष से सहयोग मांग रहे हैं और इस अध्यादेश को रोकने के लिए राज्यसभा में इसका विरोध करने की बात भी कही है। सपा के इस रुख से निकट भविष्य में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी व सपा नजदीक आ सकती हैं।

केजरीवाल को समर्थन देने दिल्ली पहुंचे नीतीश और तेजस्वी

केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रहे केजरीवाल को अखिलेश के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का भी समर्थन मिल गया है। नीतीश और तेजस्वी रविवार को दिल्ली पहुंचे और सीएम केजरीवाल से मुलाकात कर समर्थन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार द्वारा जो कुछ भी करने की कोशिश हो रही है, यह विचित्र बात है। चुनी हुई सरकार जब बनती है तो उसे संविधान में कुछ अधिकार दिए गए हैं। उसको कोई कैसे हटा सकता है। जनता ने अरविंद केजरीवाल को प्रचंड बहुमत दिया है। इसके बाद भी अगर राज्य सरकार को काम करने से रोक दिया जाएगा तो यह आश्चर्य की बात है। हम लोग पूरी तरह से केजरीवाल के साथ हैं। कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा विपक्षी पार्टियां एकजुट हो जाएं और मिलकर पूरे देश में अभियान चलाएं कि कानून का पालन होना चाहिए।

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