क्या दिल्ली में दिखेगा चंद्र ग्रहण, जानें..

आज रात 8 बजकर 45 मिनट से एक बजकर 5 मिनट तक चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा जो कि भारत में नहीं दिखेगा। बताया जा रहा है कि यह ग्रहण बुद्ध पूर्णिमा पर 130 साल बाद लग रहा है।

 बीते महीने हाइब्रिड सूर्य ग्रहण पड़ने के बाद अब शुक्रवार को साल का पहला उपच्छाया चंद्र ग्रहण लगने वाला है। हालांकि, यह चंद्र ग्रहण दिखाई देने को लेकर कई सवाल हैं। उपच्छाया चंद्र ग्रहण 5 मई को रात 8 बजकर 45 मिनट से लेकर 6 मई देर रात 1 बजकर 5 मिनट के बीच चंद्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरेगा। बताया जा रहा है कि यह ग्रहण बुद्ध पूर्णिमा पर 130 साल बाद लग रहा है।

क्या दिल्ली में दिखेगा चंद्र ग्रहण

लगभग 2 घंटे लंबा यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। हालांकि, कई रिपोर्ट्स में भारत के कुछ इलाकों में इस ग्रहण के दिखाई देने का दावा भी किया जा रहा है। timeanddate.com की मानें तो भारत में इस दुर्लभ खगोलीय घटना को लोग अपनी आंखों से देर रात को देख सकेंगे।

कब होता है चंद्र ग्रहण

जैसे पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है, वैसे ही चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है और एक स्थिति ऐसी होती है जब सूर्य और चंद्रमा के बीचों-बीच से पृथ्वी गुजरती है। इसी खगोलिया घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है। 

क्या मायन होगा सूतक काल

सनातन संस्कृति के मानें तो किसी भी  ग्रहण लगने से 8- 9 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं, लेकिन यह उपछाया ग्रहण है तो सूतक मायन नहीं होगा। वैसे ग्रहण काल के दौरान कुछ ही खाना या बनाना पूरी तरह से बाधित होता है। वहीं, सूतक काल से पहले बनी वस्तुओं में तुलसा जी के पत्त डाल दिए जाते हैं, जिससे उस वस्तु को ग्रहण काल के बाद खाया जा सके। 

क्या होता है उपच्छाया ग्रहण

आपको बता दें कि इस तरह के चंद्र ग्रहण में चंद्रमा का रंग मलिन हो जाता है। इस ग्रहण में चंद्रमा का भाग कटा हुआ नजर नहीं आता है। इस ग्रहण में चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया सीधी नहीं पड़ती और इसी वजह से चंद्रमा धुंधला नजर आता है। इसी खगोलीय घटना को उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है। दरअसल ग्रहण लगने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में प्रवेश करता है।

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