महाशिवरात्रि के खास मौके पर एक शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां से आती है डमरू जैसी आवाज..
महाशिवरात्रि का त्योहार हर साल पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 18 फरवरी को मनाया जाएगा। इस खास मौके पर एक शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां से डमरू जैसी आवाज आती है।
देशभर में महाशिवरात्रि का त्योहार 18 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन श्रद्धालु भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। कहा जाता है कि सच्चे मन से प्रार्थना करने पर भोलेनाथ हर कामना पूरी करते हैं।
हमारे देश में कई खूबसूरत शिव मंदिर है। जहां शिव भक्तों की बड़ी संख्या में भीड़ लगी रहती है। इनमें से कई शिव मंदिरों को लोग चमत्कारी और रहस्यमयी भी मानते हैं। आपको एक ऐसे ही शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पत्थरों को थपथपाने पर डमरू जैसी आवाज आती है। मान्यता है कि यहां भगवान शंकर निवास करते करते हैं। आइए महाशिवरात्रि के खास मौके पर विस्तार से जानते हैं, इस रहस्यमयी शिव मंदिर के बारे में…
इस मंदिर को जटोली शिव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के सोलन में स्थित है। इस मंदिर के बारे में दावा किया जाता है कि यह एशिया का सबसे उंचा शिव मंदिर है। आपको बता दें कि इस रहस्यमयी शिव मंदिर को लेकर ये भी मान्यता है कि पौराणिक काल में भोलेनाथ कुछ समय के लिए यहां रहने आए थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस नाम के एक बाबा आए, जिनके मार्गदर्शन पर इस मंदिर का निर्माण हुआ। कहा जाता है कि इस मंदिर को तैयार होने में लगभग 39 साल का समय लगा। यहां की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर के ऊपर एक विशाल सोने का कलश लगाया गया है। जो 11 फुट उंचाई पर है। मंदिर के अंदर स्फटिक मणि की शिवलिंग स्थापित है और हर तरफ अलग-अलग देवी-देवताओं की मूर्तियां भी लगी हैं।