इस नेता ने बढ़ाई BJP की मुश्किलें, एई-जेई परीक्षा घपले में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज..
हाकम सिंह के बाद अब मंगलौर ग्रामीण क्षेत्र के पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लोक सेवा आयोग के एई और जेई परीक्षा घपले में सीएम के निर्देश पर नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। जिसमें भाजपा के मंगलौर ग्रामीण मंडल के पूर्व अध्यक्ष का नाम भी सामने आया है। भाजपा ने अब मंडल अध्यक्ष से किनारा कर लिया है।
भाजपा के जिलाध्यक्ष का कहना है कि मंडल अध्यक्ष के पद से संजय धारीवाल ने पंद्रह दिन पहले की पारिवारिक कारणों के चलते इस्तीफा दे दिया था। सूत्रों की मानें तो संजय धारीवाल के नाम की सुगबुगाहट मिलने पर भाजपा के पदाधिकारियों ने मंडल अध्यक्ष पद से इस्तीफा लिखवा लिया था। लोक सेवा आयोग घपले में भाजपा के मंडल अध्यक्ष का नाम सामने आने के बाद से भाजपा खेमा फिर से बैकफुट पर दिखाई दे रहा है।
वहीं कांग्रेस के हाथ फिर से एक मुद्दा लग गया है। आयोग द्वारा कराई गई एई, जेई की परीक्षा घपले में भाजपा के मंगलौर ग्रामीण मंडल अध्यक्ष का नाम सामने आया है। भाजपा के जिलाध्यक्ष संदीप गोयल ने कहा कि संजय धारीवाल ने मंडल अध्यक्ष के पद से करीब 15 दिन पहले इस्तीफा दे दिया है। संजय धारीवाल को भाजपा की सदस्यता से भी निष्कासित किया जाएगा।
एई-जेई भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीककांड से लेकर पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक कर चुके गैंग ने पूरी तरह सावधानी बरती थी। दोनों ही प्रश्नपत्र लीक प्रकरण में कुछ चेहरों को छोड़कर कई किरदार अलग-अलग थे। मास्टर माइंड रहे संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु, पॉलिटेक्निक शिक्षक राजपाल ने दोनों ही प्रश्नपत्रों को लेकर अलग रणनीति अपनाई थी, पर वे पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सके।
एसआईटी जांच में साफ हुआ है कि पॉलिटेक्निक शिक्षक राजपाल ने ही प्रश्नपत्र बाजार में उतारे थे। एई-जेई की परीक्षा में उसने भाजपा नेता संजय धारीवाल, भाजपा नेता नितिन चौहान और सुनील सैनी को चुना था, लेकिन पटवारी भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक कांड में उन्हें शामिल नहीं किया।
चर्चा है कि लक्सर निवासी सुनील सैनी के घर पर ही प्रश्नपत्र रटाया गया था जबकि पटवारी भर्ती परीक्षा में उसने लक्सर के ही रहने वाले रिश्तेदार रामकुमार के घर का इस्तेमाल किया था। मास्टर माइंड राजपाल के भतीजे संजीव दुबे दोनों परीक्षाओं के प्रश्नपत्र की खरीद फरोख्त में शामिल रहा है।
आयोग ने पिछले साल एई और जई भर्ती की लिखित परीक्षा करवाई थी। लिखित परीक्षा के परिणाम पूर्व में जारी कर दिए गए थे। दोनों ही भर्ती परीक्षाओं की एसआईटी जांच कर रही थी। आयोग की ओर से अभी साक्षात्कार की तिथि घोषित नहीं की गई।