हिल स्टेशन माउंट आबू में तापमान तीन डिग्री गिरा, सर्दी का सितम जारी
राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में तापमान तीन डिग्री गिर गया है। न्यूनतम तापमान माइनस 7 डिग्री दर्ज हुआ है। 28 साल पहले 1994 में दर्ज हुआ था माइनस 7 डिग्री तापमान। कड़ाके की ठंड से जन जीवन अस्त-व्यस्त है। लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। 15 से 17 जनवरी के दौरान बीकानेर, जयपुर, अजमेर, जोधपुर और भरतपुर संभाग के अधिकतर भागों में तीव्र शीतलहर चलने की प्रबल संभावना है. मौसम विभाग ने कई जिलों में पाला पड़ने की संभावना भी जताई है।
हिमालय की ओर से आने वाली ठंडी हवाओं से सर्दी
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक, हिमालय की ओर से आने वाली ठंडी उत्तरी हवाओं की वजह से पिछले 24 घंटों में बीकानेर और जयपुर संभाग के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में अगले 4 से 5 दिन शीतलहर का दौर जारी रहेगा। आगामी दिनों में प्रदेश में न्यूनतम तापमान में दो से 4 डिग्री की ओर गिरावट होने की संभावना है. सबसे ज्यादा शीतलहर का असर चूरू, सीकर, हनुमानगढ़, झुंझुनू और आसपास के जिलों में देखने को मिलेगा। इन जगहों पर अगले 2 से 3 दिन न्यूनतम तापमान 0 डिग्री या इससे भी नीचे दर्ज किया जा सकता है।
फसलों पर बर्फ जम सकती है
प्रदेश के बीकानेर संभाग, जोधपुर, अजमेर, जयपुर और भरतपुर संभाग में अगले तीन-चार दिनों तक शीतलहर और कहीं-कहीं पर अति शीतलहर का दौर जारी रहेगा। इसके अलावा अगले तीन-चार दिनों तक फसलों पर बर्फ जमने की परिस्थिति यानी पाला पड़ने की परिस्थिति भी दर्ज होने की प्रबल संभावना है। जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग में पाला पड़ने की संभावना है। किसानों को सलाह दी गई है कि यथासंभव अपनी फसल को पाला से बचाव के लिए उपाय करें। 17 और 18 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. 18 जनवरी से शीतलहर से राहत मिलने की उम्मीद है। तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।