जानें मकर संक्राति के दिन क्यों पहनते हैं काले कपड़े…
त्योहार कोई सा भी हो उसे मनाने के लिए रंगों का खास महत्व होता है। कई तरह के व्यंजन के साथ ही सजने-संवरने और घरों को सजाने के लिए भी लोग कलरफुल चीजों को इस्तेमाल करते हैं। लेकिन मकर संक्राति के त्योहार पर महाराष्ट्र में काले कपड़े की मान्यता है। जिसे सुनकर हैरानी हो सकती है लेकिन इसकी वजह जरूर खुश कर देगी। मकर संक्राति का त्योहार भारत के हर हिस्से में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है। लोहड़ी, पोंगल, बिहू और मकर संक्राति नाम भले ही अलग हों लेकिन त्योहार मनाने का कारण एक ही रहता है।
क्यों मनाते हैं मकर संक्राति
मकर संक्राति का त्योहार सूर्य से जुड़ा है। सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्राति कहते हैं। जब सूर्य उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करता है तो देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग नाम से त्योहार के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में 14 जनवरी को मकर संक्राति का त्योहार मनाते हैं।
महाराष्ट्र में क्यों पहनते हैं काले कपड़े
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार काले रंग के कपड़े शुभ मौके पर नहीं पहने जाते। त्योहार जीवन में खुशी लेकर आते हैं इसलिए काले कपड़े पहनने से लोग बचते हैं। महाराष्ट्र में काले कपड़े पहनने का वैज्ञानिक कारण है। माना जाता है कि सूर्य के उत्तरायण में आते ही सर्दी कम होने लगती है और पतझड़ का मौसम शुरू हो जाता है। 14 जनवरी के पहले सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। विज्ञान के अनुसार काला रंग ऊष्मा को सोखता है इसलिए शरीर की गर्मी को बनाकर रखने के लिए काले कपड़े पहने जाते हैं। जिससे कि सर्दी से बचाव हो सके और त्योहार पूरी उत्साह के साथ मना सकें।
चुनें ये लुक
अगर आप भी मकर संक्राति के दिन काले रंग के कपड़े पहनने वाली हैं तो इन एक्ट्रेस के लुक से टिप्स ले सकती हैं। काले रंग के वेलवेट वाले कुर्ते या फिर काली साड़ी को संक्राति के मौके पर पहन कर तैयार हों। ये बेहद खूबसूरत लगेगा।