दिल्ली-NCR में शीतलहर का प्रकोप जारी, विजिबिलिटी 50 मीटर पहुंची
दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे और प्रदूषण के साथ शीतलहर का प्रकोप मंगलवार को भी जारी है। अधिकतर जगहों पर सुबह कोहरे की मोटी परत छाई हुई है। हालांकि, कल के मुकाबले आज थोड़ी राहत है। कोहरे के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई। इसके चलते आज भी ट्रेनों और उड़ानों के परिचालन में बाधा आ रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में जारी गलनभरी ठंड के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली का तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। यहां तापमान चंबा, डलहौली, धर्मशाला और नैनीताल से भी नीचे चला गया है। आने वाले कुछ और दिन तक ऐसी ही स्थिति रहने के आसार हैं।
उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में चल रही शीतलहर के बीच दिल्ली में सफदरजंग में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस, पालम में सुबह 8.30 बजे तक न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पालम क्षेत्र में विजिबिलिटी 50 मीटर और सफदरजंग 200 मीटर दर्ज की गई।
आज करीब 70 फ्लाइट्स और 36 ट्रेनों पर असर
वहीं, कोहरे के कारण जहां ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं तो हवाई यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दिल्ली हवाईअड्डे पर खराब मौसम के कारण करीब 50 डोमेस्टिक फ्लाइट देरी से रवाना हो रही है और 18 डोमेस्टिक फ्लाइट देरी से आ रही है। कोहरे के कारण मंगलवार को उत्तर रेलवे क्षेत्र में 36 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। सोमवार को इस सीजन का अब तक सबसे घना कोहरा देखने को मिला था और विजिबिलिटी 25 मीटर रह गई थी।
10 साल बाद इतनी ज्यादा ठंड
दिल्ली में न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला ने 5 जनवरी से 9 जनवरी तक लगातार 5 शीतलहर दिनों को रिकॉर्ड किया, जिससे यह जनवरी के लिए सबसे लंबी शीतलहर की स्थिति बन गई क्योंकि जनवरी 2013 में ऐसे 5 दिन दर्ज किए गए थे।
सफदरजंग वेधशाला में सोमवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रविवार को 1.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। रविवार को दर्ज तापमान दो साल में सबसे कम और 2013 के बाद से इस महीने का दूसरा सबसे कम तापमान था। दिल्ली का न्यूनतम तापमान 5 जनवरी को 3.0 डिग्री, 6 जनवरी को 4.0 डिग्री था; 7 जनवरी को 2 2 डिग्री, 9 जनवरी को 3.8 डिग्री तक बढ़ने से पहले 8 जनवरी को सीजन-न्यूनतम 1.9 डिग्री
हवा और बिगड़ी
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 4 के अनुसार, शांत हवाओं, कम तापमान और कोहरे के कारण, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) इस बीच और बिगड़ गया और आज सुबह 9 बजे 449 (गंभीर) के आंकड़े को छू गया, जो सोमवार को 434 पर था। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण IV के कार्यान्वयन पर आज एक समीक्षा बैठक आयोजित कर सकता है।
धीरे गाड़ी चलाने और ‘फॉग लाइट’ का इस्तेमाल करने की सलाह
मौसम विभाग ने कहा है कि कोहरे के कारण हादसे अधिक होने की आशंका रहती है, इसलिए लोगों से धीरे गाड़ी चलाने और ‘फॉग लाइट’ का इस्तेमाल करने को कहा गया है। अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों से संबंधित अन्य समस्याओं से पीड़ित लोगों को कोहरे के कारण श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
‘स्काईमेट वेदर’ के मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन संबंधी विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि दो पश्चिमी विक्षोभों के बीच एक बड़े अंतर के कारण भीषण ठंड का लंबा दौर देखने को मिला, जिस कारण बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाएं सामान्य से अधिक समय मैदानी इलाकों की तरह बह रही हैं। पलावत ने बताया कि आमतौर पर दो पश्चिमी विक्षोभ के बीच तीन से चार दिन का अंतर होता है, लेकिन इस बार यह समय बढ़कर सात दिन हो गया है। एक पश्चिमी विक्षोभ 30 दिसंबर को क्षेत्र से लौटा था और दूसरा सात जनवरी को क्षेत्र में पहुंचा।
आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि कुछ दिन बाद एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ समय के लिए राहत मिल सकती है।