प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में महिलाएं इन बातों का रखें खास ख्याल..
मां बनना किसी भी महिला के लिए एक बेहद खास एहसास होता है। प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला को कई शारीरिक और भावनात्मक बदलवाओं से गुजरना पड़ता है। प्रेगनेंसी के आखिरी तीन महीने बेहद खास और नाजुक होते हैं। इस दौरान मां बनने की खुशी भी होती है और आने वाले समय के बारे में सोचकर डर भी लगता है। वहीं, डिलीवरी डेट नजदीक आते-आते हॉस्पिटल जाने की तैयारी भी शुरू हो जाती है। प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में गर्भ में शिशु का साइज बढ़ता है, जिससे महिला के शरीर में भी कई बदलाव आते हैं। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में एक गर्भवती महिला को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। इस दौरान गर्भवती महिला को अपने साथ-साथ गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना पड़ता है। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में शरीर में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। तो आइए, जानते हैं कि प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में एक गर्भवती महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए –
खानपान का ध्यान रखें
प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में बच्चे का विकास तेजी से होता है। इस दौरान गर्भ में शिशु का साइज बढ़ता है, जिससे महिला के शरीर में भी कई बदलाव आते हैं। ऐसे में, प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में गर्भवती महिला को ज्यादा पोषण की जरूरत होती है। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में गर्भवती महिला को संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में अपने आहार में आयरन, विटामिन और प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करें। प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में स्वस्थ रहने के लिए आप अपनी डाइट में कीवी, सेब, संतरा, दूध, पालक और हरी सब्जियां शामिल करें।
डॉक्टर से संपर्क में रहें
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई मेडिकल टेस्ट करवाने पड़ते हैं। इससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी मिल पाती है। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में गर्भवती महिला को डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में डॉक्टर ग्रोथ स्कैन, ग्लूकोज स्कैन और अन्य ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। इससे शिशु का वजन, बच्चेदानी के अंदर का पानी (एमनियोटिक फ्लूइड) और गर्भनाल की स्थिति की जांच की जा सकती है।
एक्सरसाइज करें
प्रेगनेंसी में व्यायाम करना बहुत फायदेमंद होता है। हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को हल्के व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में आप पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज और कीगल एक्सरसाइज कर सकती हैं। प्रेगनेंसी में एक्सरसाइज करने से कई समस्याएं दूर होती हैं। हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। आप प्रेगनेंसी के दौरान किसी एक्सपर्ट की निगरानी में ही एक्सरसाइज करें।
मैटरनिटी बैग तैयार कर लें
प्रेगनेंसी के आखिरी महीनों में गर्भवती महिला को कभी भी प्रसव पीड़ा शुरू हो सकती है। इसलिए, हॉस्पिटल जाने के लिए पहले से ही तैयारी करके रखें। प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही शुरू होते ही मैटरनिटी बैग तैयार कर लें। अपने मैटरनिटी बैग में आप उन सभी चीजों को रखें, जिनकी जरूरत आपको अस्पताल में या डिलीवरी के बाद पड़ेगी। इस बैग में आप अपनी सारी मेडिकल रिपोर्ट्स और जरूरी डॉक्यूमेंट्स, कपड़े, टूथब्रश, साबुन, नर्सिंग ब्रा, सेनेटरी पैड्स, चप्पल और जुराबें, बच्चे के कपड़े, डायपर आदि रख लें।
इन टिप्स की मदद से आप प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में अपना ख्याल रख सकती हैं। प्रेगनेंसी में किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।