प्रबंध एवं तकनीक में अपार संभावनाएं, अपनी कौशल में वृद्धि कर उठाएं फायदा
आरएसएमटी में एमबीए एवं एमसीए के ओरिएंटेशन कार्यक्रम का शुभारंभ
वाराणसी : राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (यूपी कॉलेज परिसर) में सोमवार को एमबीए एवं एमसीए के सप्ताहव्यापी ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में अतिथियों एवं नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए निदेशक प्रो.अमन गुप्ता ने उदय प्रताप कॉलेज के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराते हुए कहा कि अब आप सबके जीवन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है और इसे आप सभी स्वयं लिख सकते हैं। उदय प्रताप इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य ड़ॉ रमेश प्रताप सिंह ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनसे अपील क़ी क़ि जीवन में उच्चतम बिंदु के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संस्कार एवं परंपराओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए। आप सभी प्रेम और अनुसाशन के साथ अपने पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करें।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डीजीएम, इंडियन बैंक, राजेश ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जहां पूरे विश्व में मंदी का माहौल है वही विश्व के विभिन्न देश भारत के साथ मुक्त व्यापार का समझौता करने के लिए उत्सुक हैं। भारत अगले 25 वर्षो में 32 ट्रिलियन की इकॉनमी बनने के लिए आगे बढ़ चला है। इसका अर्थ यह है कि प्रबंध एवं तकनीक में अपार संभावनाएं है जिसका पूरा लाभ आप अपनी कौशल में वृद्धि करके प्राप्त कर सकते है।
मुख्य अतिथि, प्रो. सुजीत कुमार दुबे, निदेशक, प्रबंध शास्त्र संस्थान ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा क़ि आप सभी जीवन में पड़ाव में अपने अंतिम शैक्षणिक गतिविधियों में लगने वाले है और अगले दो वर्षों में आपको अपने दृष्टिकोण को प्रबंध के अनुसार करना होगा और इसके लिए आपको एनालिटिकल एबिलिटी पर ध्यान देना होगा। केस अध्ययन इसके लिए एक बढ़िया माध्यम है और इनके लिए आपको अंग्रेजी भाषा पर पकड़ बनानी चाहिए। यह आपके अंदर आत्म विश्वास बढ़ाने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि आप अपने आपको भविष्य में होने वाले चयन प्रक्रिया के लिए अभी से तैयार करना शुरू कर दे ताकि आप कोई भी परीक्षा पास कर सके।उन्होंने कहा कि अवसरों की कोई कमी नहीं है बस आप सबको अपने आपको उद्योगों के अनुसार अपने अंदर कौशल का विकास करना होगा।
विशिष्ट अतिथि गौरव रापाल, मानव संसाधन प्रमुख, उत्कर्ष बैंक ने नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को अरनिंग के पहले लर्निंग पर जोर देना चाहिए। आपको प्रक्रिया को समझते हुए लक्ष्य को पाने के लिए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने जीवन में लंबे लक्ष्य लेकर चलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आप सभी को अपने मजबूत पक्ष पर काम करने पर जोर देना चाहिए और जीवन में स्थायी समाधान पर जोर देना चाहिए। आप जब भी किसी कंपनी में इंटरव्यू देने जायें तो उसके बारे में पूरी तरह जानकारी करें और स्वयं से पूछें कि आप इस कंपनी में कार्य करने के लिए फिट है या नहीं। एमबीए पाठ्यक्रम के संयोजक पीएन सिंह ने विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम अवं परिसर की पूरी जानकारी दी। एमसीए पाठ्यक्रम के संयोजक ड़ॉ संजय कुमार सिंह ने एमसीए के समूर्ण पाठ्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की और संस्था के अनुसाशनिक नियमो से अवगत कराया।
विशिष्ट अतिथि वरुण उपाध्याय, डीजीएम, मार्केटिंग, प्रिज्म जॉनसन ने कहा कि सरकार का पूरा जोर देश में वर्तमान ढांचागत सुविधाओं का विकास करना है। इस तरह हमारी कंपनी इस दिशा में महत्व्पूर्ण योगदान देते हुए रोजगार सृजन में अपनी भूमिका अदा कर रही है। एक उत्पाद के रूप में सीमेंट सेवाओं से पूरी तरह भिन्न होती है जिसके लिए अलग दृष्टिकोण की जरुरत होती है। विशिष्ट अतिथि अमित मिश्रा, क्षेत्रीय तकनीक प्रबंधक, प्रिज्म जॉनसन ने कहा कि सरकार का पूरा जोर देश में वर्तमान ढांचागत सुविधाओं का विकास करना है। इस तरह हमारी कंपनी इस दिशा में महत्व्पूर्ण योगदान देते हुए रोजगार सृजन में अपनी भूमिका अदा कर रही है। एक उत्पाद के रूप में सीमेंट सेवाओं से पूरी तरह भिन्न होती है जिसके लिए अलग दृष्टिकोण की जरुरत होती है। उन्होंने कहा की इस उद्योग के लिए चयन करते समय हम विक्रय एवं विपणन में आवश्यक कौशल को ध्यान रखते हए चयन करते है।
अंत में अतिथियों अवं नवप्रवेशी विद्यार्थियों के मध्य सीधा संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें विद्याथियों ने अपनी जिज्ञासा शांत की। कार्यक्रम का संचालन गरिमा आनंद ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ प्रीती नायर ने किया। इस अवसर पर डॉ राजेंद्र शर्मा, डॉ बृजेश कुमार यादव, डॉ शैलेन्द्र कुमार तिवारी, डॉ प्रीती सिंह, डॉ नीतू रंजन अग्रवाल, आनंद मोहन पांडेय, अनुराग सिंह, सहित समस्त शैक्षिणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्तिथ थे।