कारपेट एक्स्पो में दिखी मेक इन इंडिया की झलक
डीएम गौरांग राठी ने बुनकरों के हुनर को सराहा, कहा- ऐसे आयोजनों से बढ़ता है हौसला
–सुरेश गांधी
वाराणसी : कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय इंडिया कारपेट एक्सपो: 2022 के तीसरे दिन बुनकरों के हड़तोड़ मेहनत से तैयार कालीनों की हर किसी ने सराहना की। मेले में पहुंचे जिलाधिकारी गौरांग राठी ने कहा कि बुनकरों की मेहनत में ’’मेक इन इंडिया’’ की झलक दिखती है। उनका यह हुनर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया को बढ़ावा देगी। इस दौरान इस तरह के आयोजनों से देश को गौरवान्वित करने के लिए एक्पों आयोजक टीम, निर्यातकों एवं बुनकरों को भी डीएम ने बधाई दी। कहा, उन्हें गर्व है कि ग्लोबल मार्केट भदोही की बनी कालीनों जबरदस्त डिमांड है। सीईपीसी का दावा है कि तीन दिनों में दुनिया भर से लगभग 200 विदेशी खरीदारों और 198 खरीद प्रतिनिधियों की भागीदारी से न सिर्फ पूछपरख निकली है, बल्कि निर्यातकों ने आर्डर भी बुक किए हैं।
बता दें, फेयर में बुनकरों के हाडतोड़ मेहनत व कारीगरी से निर्मित पर्सियन नॉटेड, नेपाली, टफटेड, दरी एवं जूट एवं बम्बू से निर्मित कालीन के अलावा क्रिसमस, वैलेंटाइन, जन्मदिन और सालगिरह जैसे मौकों के लिए सजावट वाले हस्तनिर्मित कालीनों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। सीइपीसी चेयरमैन उमर हामिद ने बताया कि मेले का मकसद विदेशों से आने वाले खरीदारों में भारतीय कालीनों और अन्य फ्लोर कवरिंग की सांस्कृतिक विरासत व बुनाई कौशल को बढ़ावा देना है। मेले में आने वाले आयातकों को खास सुविधा मुहैया कराई गयी है। वर्तमान में इक्सपोर्ट बढ़ने की पूरी संभावना है क्योंकि विदेशी बाजार में मशीनमेड कालीनों की डिमांड घटा है। जबकि हाथ से बनी कालीनों की डिमांड बढ़ी है। यह एक्स्पो पूरे देश के लाखों समर्पित हस्तशिल्प कारीगरों के लिये बड़ी उम्मीद और अवसर प्रदान करता है।
भारत हस्तशिल्प कालीन का सबसे अच्छा केन्द्र माना जाता है। यहां की बलबूटेदार कलात्मक कालीनें पूरी दुनिया में पसंद की जाती है। ये आधुनिक भारत की विरासत के भाग हैं। ये कलाएं हजारों सालों से पीढ़ी-दर-पीढ़ी पोषित होती रही हैं और लाखों हस्तशिल्पकारों को रोजगार प्रदान करती हैं। इस प्रकार देखा जा सकता है भारतीय शिल्पकार किस तरह अपने जादुई स्पर्श से अपने देश की ऑन बान शान को कलाकृति में बदलकर भारतीय हस्तशिल्प को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाते हैं।
3 दिनों में 200 विदेशी खरीददारों ने कराया पंजीकरण
एक्सपो के तीन दिनों में दुनिया भर से लगभग 200 विदेशी खरीदारों और 198 खरीद प्रतिनिधियों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। उमर हमीद ने बताया कि प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया के अनुसार खरीदारों ने लगभग सभी प्रदर्शकों का दौरा किया और व्यापार वार्ता प्रक्रियाधीन है। उन्होंने उम्मीद जताया कि इस अयोजन से लगभग 450 से 500 करोड़ रुपये का व्यवसाय उत्पन्न होगा।