टोटो में हुआ बच्ची का जन्म, सुरक्षा के लिए साथ की महिलाओं ने साड़ी से बनाया घेरा
वाराणसी : शहर के हरहुआ बाजार में मंगलवार को एक गर्भवती महिला ने टोटो में एक बच्ची को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा होने के बाद परिजन महिला को टोटो से उसे हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जा रहे थे। हाईवे किनारे प्रसव होने के बाद उसके परिजन उसे हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए, जहां जच्चा बच्चा को भर्ती करने के साथ ही आवश्यक कार्रवाई की गई। चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। जानकारी अनुसार शिवपुर थाना क्षेत्र के पाचों पंडवा के रहने वाले रतन सोनकर की पत्नी राधा सोनकर (32) गर्भवती थी। मंगलवार की सुबह में राधा को प्रसव पीड़ा होने पर उसके परिजन पड़ोस के रितेश कुमार सोनकर की टोटो से लेकर उसे हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए निकले। परिजन उसे हरहुआ बाजार में लेकर पहुंचे थे उसी समय प्रसव पीड़ा बढ़ जाने के चलते राधा जोर-जोर से चीखने चिल्लाने लगी।
टोटो में बैठी लक्ष्मी देवी और चंपा देवी नामक महिलाओं ने टोटो चालक से टोटो रुकवा दिया। सड़क किनारे टोटो खड़ी करके एक साड़ी के सहारे टोटो को कवर किया गया। उसके बाद करीब नौ बजे राधा ने एक बिटिया को जन्म दिया। इस दौरान वहां से गुजरने वाले राहगीर भी रुक कर देखने लगे। कई लोगों ने राधा उसके परिजनों की मदद भी की। प्रसव हो जाने के बाद बेहोशी की हालत में टोटो में बैठी राधा को लेकर उसके परिजन हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जच्चा-बच्चा को तुरंत भर्ती किया गया और दोनों की स्वास्थ्य जांच की गई। चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। राधा के परिवार वालों ने बताया कि वे एंबुलेंस को फोन कर बुलाने वाले थे लेकिन उनके घर के समीप रहने वाले रितेश कुमार सोनकर ने सोमवार को ही टोटो खरीदा था। ऐसे में प्रसव पीड़ा से कराह रही राधा को देख कर लोगों ने सोचा कि जब तक एंबुलेंस को फोन करके बुलाया जाएगा, तब तक टोटो से ही उसे लेकर लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ पहुंच जाएंगे। यही कारण था कि लोगों ने सरकारी एंबुलेंस को सूचना नहीं दिया और टोटो से ही महिला को लेकर निकल पड़े। हालांकि हाईवे किनारे टोटो में ही प्रसव होने के बाद उनको अपनी गलती का एहसास हुआ कि जल्दबाजी में लिए गए फैसले के चलते जच्चा और बच्चा दोनों की जान को खतरा हो सकता था।