एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने कथित धोखाधड़ी के मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने की खबरों का किया खंडन, बोली- ‘मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है’

बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने कथित धोखाधड़ी के मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने की खबरों का खंडन किया है और इसे आरोप लगाने वाले शख्स का पब्लिसिटी स्टंट करार दिया है। सोनाक्षी ने कहा कि इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट से पहले ही स्टे मिल चुका है। उनकी लीगल टीम आरोप लगाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कोर्ट की अवमानना करने और मान-हानि का दावा करने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। 

सोनाक्षी सिन्हा की टीम की ओर से मीडिया को भेजे गये स्टेटमेंट में कहा गया है- ”मीडिया में पिछले कुछ वक्त से ऐसी खबरें आ रही हैं कि मेरे खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है, जिनकी कोई पुष्टि नहीं की गयी है। यह पूरी तरह काल्पनिक है और एक शख्स द्वारा मुझे प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है। मैं सभी मीडिया हाउसेज, पत्रकारों से गुजारिश करती हूं कि इस फर्जी खबर का प्रकाशन ना करें, क्योंकि यह एक व्यक्ति का पब्लिसिटी पाने का एजेंडा है।

यह व्यक्ति निश्चित तौर पर पब्लिसिटी पाने की कोशिश कर रहा है और मीडिया में ऐसे दुर्भावनापूर्ण आर्टिकल छपवाकर सालों की कड़ी मेहनत से बनायी गयी मेरी प्रतिष्ठा पर प्रहार करके मुझे पैसों की उगाही करना चाहता है। कृपया, प्रताड़ना के इस क्रम का हिस्सा ना बनें।

यह मामला मुरादाबाद कोर्ट में विचाराधीन है और इस पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्टे दे दिया है। अदालत की अवमानना करने और मुझे बदनाम करने के लिए शख्स के खिलाफ मेरी लीगल टीम सभी जरूरी कदम उठा रही है। मुरादाबाद कोर्ट का फैसला आने तक यह मेरा एकमात्र स्टेटमेंट है, इसलिए इसके लिए मुझे एप्रोच ना करें। मैं घर पर हूं और यकीन दिलाती हूं कि मेरे खिलाफ कोई वारंट जारी नहीं किया गया है।” सोनाक्षी ने स्टेटमेंट इंस्टाग्राम स्टोरी में भी साझा किया है।

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क्या है मामला

उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के रहने वाले प्रमोद शर्मा ने एक्ट्रेस पर आरोप लगाया है कि 30 सितंबर 2018 को इंडिया फैशन एंड ब्यूटी अवार्ड  कार्यक्रम श्री फोर्ट ऑडिटेरियम, दिल्ली में रखा था, जिसमें तय तारीख पर वो नहीं पहुंची थीं। आरोप है कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक्ट्रेस को लगभग 29 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया था। मामले को लेकर मुरादाबाद के कटघर थाने में एक रिपोर्ट भी दर्ज करवायी गयी थी। मामला एसीजेएम की अदालत में चल रहा है।

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