बिल्हौर विधानसभा क्षेत्र में चली कमल और साइकिल की रेस और हाथी भी बीच में लगाता रहा दम, पढ़ें मतदान की रिपोर्ट
बिल्हौर सीट में इस बार मुकाबला रोचक रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए जहां दोबारा सीट बरकरार रखने की चुनौती है। समाजवादी पार्टी (सपा) दमखम के साथ चुनावी अखाड़े में उतरी है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी डटी हुई है। हालांकि, मतदाताओं के रुख और वोङ्क्षटग प्रतिशत से स्थिति भी साफ होती चली गई। शहरी क्षेत्र में कमल और साइकिल जमकर दौड़ी। कुछ क्षेत्रों में हाथी भी खूब दम लगाता नजर आया। गंगा कटरी के क्षेत्र में लगी वोटों की झड़ी ही जीत-हार में निर्णायक साबित होगी। यहां सुबह से शाम तक 63.03 प्रतिशत वोटिंग हुई, जिसने पिछला रिकार्ड तोड़ा और 0.47 फीसद अधिक मतदान हुआ। इस सीट पर वर्ष 2017 में 62.56 फीसद मतदान हुआ था।
सवर्ण बाहुल ग्रामीण क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर उत्साहित वोटर सुबह से ही पहुंचने लगे। इससे दोपहर दो बजे तक 48 प्रतिशत वोट पड़ गए। मुस्लिम बहुल मकनपुर, गूजेपुर व देवहा के मतदान केंद्रों पर सुबह से ही भीड़ रही। हिंदू आबादी के उट्ठा, खजुरी, ककवन गांवों के मतदान केंद्रों के बाहर लगे सपा और भाजपा के बस्तों पर दिनभर हलचल रही। बसपा अपने क्षेत्र में दमदारी से लड़ती नजर आई। शिवराजपुर के बर्राजपुर व रामनगरा में सपा-भाजपा मजबूत रही। शिवराजपुर के भौसाना, दबियाना व तारापति निवादा गांव में भाजपा मजबूती से लड़ी। चौबेपुर में गंगा बेल्ट के राजारामपुर, सुनौढ़ा, गबड़हा, गुनुपुरवा, उदैतपुर, वाजिदपुर में सपा, भाजपा व बसपा में एक-एक वोट के लिए जद्दोजहद रही।
युवा जोश ने बढ़ाया ग्राफ : बिल्हौर सीट पर इस बार युवाओं के जोश ने मतदान का ग्राफ बढ़ाया। सुबह नौ बजे तक छह प्रतिशत, जबकि दो घंटे बाद यानी 11 बजे तक 12.90 प्रतिशत वोट पड़े। इसके दो घंटे बाद यानी एक बजे तक 16.95 प्रतिशत वोटर ने मताधिकार का प्रयोग किया। तीन बजे तक 13.68 प्रतिशत वोट पड़े। फिर शाम पांच बजे तक 11.01 प्रतिशत ने मताधिकार का प्रयोग किया। शाम छह बजे तक कुल 63.03 प्रतिशत वोट पड़े, जो जिले में सर्वाधिक है।
कुछ इस तरह रही मतदान की रफ्तार
09 बजे – 06 प्रतिशत
11 बजे – 18.90 प्रतिशत
01 बजे – 35.85 प्रतिशत
03 बजे – 49.53 प्रतिशत
05 बजे – 60.56 प्रतिशत
06 बजे – 63.03 प्रतिशत
2017 में मतदान – 62.56