डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने PM इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपने 15 दिवसीय राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की

 पाकिस्तान ने लगातर बढ़ रही महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान का विररोध हो रहा है। पेट्रोलियम उत्पादों और खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार वृद्धि को लेकर पंजाब प्रांत के रावलपिंडी से इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध शुरू हो गया है।

डान के अनुसार, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने बुधवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपने 15 दिवसीय राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की। रावलपिंडी के मेयर सरदार नसीम खान और जेयूआइ-एफ नेता जियाउर रहमान के नेतृत्व में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता और कार्यकर्ता रावलपिंडी के प्रेस क्लब के सामने इकट्ठा हुए।

इसके साथ ही पूर्व मंत्री मरियम औरंगजेब, ताहिरा औरंगजेब, दनियाल चौधरी और हनीफ अब्बासी भी विरोध में शामिल हुए और मुर्री रोड पर एक घंटे तक धरना दिया। डान ने आगे बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पार्टी के झंडे, तख्तियां, बैनर, नवाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्षी नेता शहबाज शरीफ की तस्वीर लिए हुए थे। उन्होंने अपने नेताओं के पक्ष में और प्रधानमंत्री इमरान खान और आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद के खिलाफ नारे लगाए।

बुधवार को इस मौके पर बोलते हुए औरंगजेब ने कहा कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने बढ़े हुए दामों के जरिए लोगों के मुंह से रोटी छीनने का काम किया है। उन्होंने कहा, ‘देश सबसे बुरे समय का सामना कर रहा है क्योंकि सरकार अर्थशास्त्र और सुरक्षा के मुद्दों को नियंत्रित करने में विफल रही है। इसके साथ ही मुद्रास्फीति ने लोगों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया है, यही कारण है कि पीडीएम के केंद्रीय नेतृत्व ने लोगों की अवाज बनने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा कि गरीब अपने घर का किराया, बिजली बिल और यहां तक कि खाद्य पदार्थ खरीदने में भी सक्षम नहीं हैं। भ्रष्ट पाकिस्तान सरकार के कारण गरीब और गरीब होते जा रहे हैं और अमीर अधिक अमीर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में 60 फीसदी से ज्यादा लोग गरीबी रेखा के नीचे जी रहे हैं।

डान की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध प्रदर्शन में सामिल हुए अन्य पीडीएम नेताओं ने कहा कि देश अब और चोरों को बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, इन चोरों के कारण लोगों की क्रय शक्ति कम हो गई है, इसलिए अब उनके पास सड़कों पर उतरने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।

पेट्रोलियम की बढ़ती कीमतों के अलावा, इमरान कान की पीटीआइ सरकार ने देश में बिजली और गैस की दरों में भी बढ़ोतरी की है। समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य तेल और घी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों और बिजली के बढ़े हुए दामों ने पाकिस्तान में लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है।

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