बहुत बुद्धिमान होते हैं इस नक्षत्र में जन्मे लोग, खूब करते हैं विदेश यात्राएं
ग्रह-नक्षत्र भी व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डालते हैं। रेवती नक्षत्र का स्वामी बुध ग्रह है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग मधुरभाषी, व्यवहार-कुशल और स्वतंत्र प्रवृत्ति के होते हैं। इन्हें बिना किसी बात दूसरों के काम में टांग अड़ाना पसंद नहीं होता है। ये अपने काम में किसी की दखलअंदाजी पसंद नहीं करते हैं। इन लोगों के जीवनकाल में विदेश यात्राओं की संभावना ज्यादा होती है।
इस नक्षत्र में जन्मे लोग किसी पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करते हैं। लेकिन एक बार विश्वास कर लेते हैं तो फिर पक्की दोस्ती निभाते हैं। ये धार्मिक स्वभाव के होते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनसार ये होशियार, चतुर और बुद्धिमान होते हैं। इनकी वाणी हमेशा मधुर रहती है। ये जीवन ही हर बाधा को खुद पार करने में विश्वास करते हैं।
शिक्षा और आय-
इस नक्षत्र के जातकों को नौकरी से खास लगाव होता है। ये नौकरी करना ही पसंद करते हैं। अपनी मेहनत और लगन से नौकरी में उच्च पद प्राप्त करते हैं। ये चित्रकार, कलाकार, जागूदर, भवन निर्माण से जुड़े कार्य, ज्योतिषी, एयर हॉस्टेस और जल परिवहन या बिजली विभाग आदि से जुड़े कार्य करके सफल हो सकते हैं।
पारिवारिक जीवन-
आमतौर पर इनका वैवाहिक जीवन सुखद रहता है। बच्चों से भरपूर सुख मिलता है। कई मौकों पर इन्हें पिता से ज्यादा सहायता नहीं मिलती है। इस नक्षत्र में जन्मे लोगों के पार्टनर कुछ जिद्दी स्वभाव का हो सकता है।
कद-
रेवती नक्षत्र में जन्मे लोगों को खान-पान में अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि इन्हें उदर रोग होने की संभावना अधिक रहती है। अगर आपका जन्म रेवती नक्षत्र में हुआ है तो आप एक मध्यम कद और गौर वर्ण के व्यक्ति हैं।