भारत का पहला मेड इन इंडिया क्लाउड स्टोरेज सर्विस डिजीबॉक्स, 6 महीनों में पहुंचा 1 मिलियन यूजर्स के बीच

भारत का पहला और एकमात्र स्वदेशी सार्वजनिक क्लाउड स्टोरेज डिजीबॉक्स के लॉन्च होने के छह महीने के भीतर ही 10 लाख से अधिक यूजर्स हो गए हैं। आज दैनिक आधार पर 16% से अधिक यूजर्स इस प्लेटफार्म पर सक्रिय हैं। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के द्वारा दिसंबर 2020 में लॉन्च किया गया यह प्लेटफॉर्म भारत का पहला मेड इन इंडिया क्लाउड स्टोरेज सर्विस प्रदाता है जो ऑनलाइन वर्क से जुड़े व्यक्तियों और SMEs के लिए बेहतरीन स्टोरेज विकल्प प्रदान करता है जो अपने व्यक्तिगत और कारोबार से जुड़े डेटा को स्टोर करना चाहते हैं।

डिजीबॉक्स की क्लाउड सर्विस आप मात्र 30 रुपये प्रति महीने पर ले सकते हैं। इसमें यूज़र्स को 5 टीबी की स्टोरेज मिलेगी और अधिकतम 10 जीबी तक की फाइल को अपलोड करने का मौका मिलेगा। इसमें आप अपने जीमेल को भी कनेक्ट कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त डिजिबॉक्स की फ्री सर्विस भी है जिसमें आपको 20 जीबी की स्टोरेज मिलेगी और अधिकतम 2 जीबी तक की फाइल को अपलोड करने का मौका मिलता है। साथ ही 999 रुपये वाले प्लान में 50 टीबी तक की स्टोरेज मिलेगी और फाइल अपलोड करने की अधिकतम साइज 10 जीबी होगी। अपने ‘स्वदेशी’ दर्शन के अनुरूप, डिजीबॉक्स एंड्रॉइड, आईओएस और एक डेस्कटॉप संस्करण में भी उपलब्ध है जो 8 भारतीय भाषाओं में कार्य करता है। डिजीबॉक्स ने देश भर में फैले 700 मिलियन भारतीय इंटरनेट उपभोक्ताओं की सहूलियतों के लिए अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी क्लाउड स्टोरेज सर्विस लॉन्च करने की भी योजना बनाई है।

कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि 23 वर्ष की औसत आयु वाले भारतीय युवाओं के लिए मोबाइल से सेल्फी क्लिक करना और वीडियो बनाना अब रोज का काम है, ऐसे युवा एक दिन में कम से कम 7 बार सेल्फी क्लिक करते हैं। त्योहारों और विशेष अवसरों पर यह संख्या 100 तक भी चली जाती है। ऐसे में धड़ाधड़ फोटो और विडियो के चलते भारत में स्मार्टफोन यूजर्स के लिए स्टोरेज की समस्या आती है और ऐसे समय में भारत में मुफ्त या सस्ती स्टोरेज़ की मांग लगातार बढ़ रही है। क्लाउड स्टोरेज सेवाओं के प्रमुख सर्विस प्रदाताओं में से एक डिजीबॉक्सएक्स एकमात्र ऐसा प्लेटफॉर्म है अपने ग्राहकों के लिए मुफ्त स्टोरेज समाप्त करने के साथ, प्रति दिन महज 1 रूपए की दर से 100GB की स्टोरेज और सभी यूजर्स के लिए 20GB तक का मुफ्त स्टोरेज प्रदान करता है।

डिजीबॉक्स की इस सफलता पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि सिर्फ 6 महीनों में 10 लाख लोगों की जिंदगी को छूना खासकर किसी बूट स्ट्रैप्ड फर्म के लिए, वाकई एक उल्लेखनीय उपलब्धि है । डिजीबॉक्स ने काफी अच्छी प्रगति की है और इस स्तर तक पहुंचने के लिए काफी सूझबूझ भरे कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के हमारे संकल्प को पूरा करने के लिए ऐसी और अधिक घरेलू तकनीकों की आज के समय में आवश्यकता है। जैसे-जैसे वैश्विक तकनीक सीओएस मुफ्त में सार्वजनिक क्लाउड एक्सेस प्रदान करने में आनाकानी कर रही हैं वहीं डिजीबॉक्स अपने किफ़ायती मूल्य और मुफ्त स्टोरेज सुविधा के साथ देश और दुनिया के लिए क्लाउड स्टोरेज का एक बेहतरीन विकल्प देने को तैयार है।

डिजीबॉक्स के सीईओ अर्नब मित्रा ने 1 मिलियन सब्सक्राइबर हासिल करने के अवसर पर कहा कि पिछले साल दिसंबर में लॉन्च हुआ डिजिबॉक्सक्स आज देश भर में एक मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग किया जा रहा है। हम सब मिलकर अपने देश के लोगों के लिए एक डिजिटल स्टोरेज सुविधा का निर्माण करना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य 8 अन्य भारतीय भाषाओं में क्लाउड स्टोरेज सेवाओं के क्षेत्र में आसान, व्यापक और किफ़ायती समाधान प्रदान करना है। हमें विश्वास है कि हम इस साल के अंत तक 2 मिलियन यूजर्स तक पहुंचेंगे। अन्य प्रमुख क्लाउड स्टोरेज प्रदाताओं द्वारा मुफ्त स्टोरेज को बंद करना हमारे लिए एक बड़ा अवसर है।

डिजीबॉक्स अन्य क्लाउड स्टोरेज प्रदाताओं की तुलना में कम कीमत पर स्टोरेज व अन्य सेवाएं प्रदान करता है। स्वदेशी प्लेटफॉर्म कीवर्ड, स्थान, या नाम द्वारा एक सर्च फ़ंक्शन प्रदान करता है। इस ऐप का उपयोग करना भी बड़ा आसान है – बस फ़ाइलों को ड्रैग-एंड-ड्रॉप करें, जो एन्क्रिप्टेड होती है और आसानी से अपलोड भी हो जाती हैं। यह अन्य की अपेक्षाकृत सरल, सुरक्षित और प्रभावी क्लाउड स्टोरेज सेवा है। इसके अलावा, महत्वपूर्ण फाइलों को अन्य लोगों के साथ साझा करना भी संभव है, भले ही वो डिजीबॉक्स के उपयोगकर्ता न हों। इंस्टाशेयर नाम से एक फ़ाइल शेयरिंग सुविधा भी उपलब्ध है जो एक बार में बड़े आकार के दस्तावेज़, उच्च-रिज़ॉल्यूशन छवियां, वीडियो, पीडीएफ साझा करने की सुविधा देती है। इसमें 2GB स्टोरेज फ्री है और शेयर की गई फाइल डिजीबॉक्स में 45 दिनों तक मौजूद रहती है।

डिजीबॉक्स के बारे में
डिजीबॉक्स भारत की एक सस्ती, सुरक्षित, तेज़, सहज और आसान ऑनलाइन क्लाउड स्टोरेज और शेयरिंग सर्विस है। डिजिटल एसेट मैनेजमेंट को ध्यान में रखकर वोकल फॉर लोकल अभियान के लक्ष्य के साथ, हमने एक मजबूत स्टोरेज तकनीक का निर्माण किया है जो विश्व स्तरीय है और साथ ही भारत की जरूरतों को ध्यान में रख कर बनाई गई है। डिजीबॉक्स भारत का पहला अत्याधुनिक स्वदेशी डिजिटल एसेट मैनेजमेंट (SaaS) प्लेटफॉर्म है। यह एक टेक स्टार्टअप है जिसकी स्थापना और प्रचार प्रसार अर्णब मित्रा, एमडी, लिक्विड एशिया ने आशीष जालान और विवेक सुचांती, कॉन्सेप्ट ग्रुप के साथ मिलकर किया गया है।

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