आज हैं नवरात्रि का दूसरा दिन, ऐसे करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा

नवरात्रि के दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरुप की उपासना की जाती है. इनको ज्ञान, तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है. कठोर साधना और ब्रह्म में लीन रहने के कारण इनको ब्रह्मचारिणी कहा गया है. विद्यार्थी और तपस्वियों के लिए इनकी पूजा बहुत ही शुभ फलदायी होती है. जिनका चन्द्रमा कमजोर हो उनके लिए भी मां ब्रह्मचारिणी की उपासना अत्यंत अनुकूल होती है. इस बार मां के दूसरे स्वरूप की उपासना 14 अप्रैल को होगी.
 
क्या है मां ब्रह्मचारिणी की सामान्य पूजा विधि?
मां ब्रह्मचारिणी की उपासना के समय पीले अथवा सफेद वस्त्र धारण करें. मां को सफेद वस्तुएं अर्पित करें. जैसे- मिसरी, शक्कर या पंचामृत. ज्ञान और वैराग्य का कोई भी मंत्र जपा जा सकता है. वैसे मां ब्रह्मचारिणी के लिए “ॐ ऐं नमः” का जाप करें. जलीय आहार और फलाहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए.

नवरात्रि के दूसरे दिन क्या उपाय करना चाहिए?
इस दिन सफेद वस्त्र धारण करके पूजा करनी चाहिए. माता के मन्त्रों के साथ चन्द्रमा के मंत्रों का जाप भी करें. माता को चांदी की वस्तु भी समर्पित करें. इस दिन शिक्षा तथा ज्ञान के लिये मां सरस्वती की उपासना भी करें.

दूसरे दिन का विशेष प्रसाद क्या है?
दूसरे दिन मां को शक्कर का भोग लगाएं. भोग लगाने के बाद घर के सभी सदस्यों को दें. ऐसा करने से सभी लोगों का मां लंबी आयु का वरदान देंगी.

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