बड़ी खबर: प्रभु के इस ऐलान से बदल गया रेलवे का इतिहास, अब सिर्फ 1 मिनट में…
डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने की सरकार की कोशिशों का असर रेलयात्रियों पर साफ दिख रहा है। रेलवे की e-ticket बुकिंग की दर 62 % हो चुकी है। रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए IRTC की वेबसाइट को अपग्रेड किया है।
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जानकारी के अनुसार रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाई ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि डिजिटल भुगतान को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। IRTC के सर्वर को अपग्रेड किया गया है। बढ़ी हुई क्षमता और नई विशेषता से website पर एक मिनट में 15 हजार टिकट बुक किए जा सकते हैं। इससे बुकिंग के दौरान सर्वर धीमा नहीं चलेगा और यात्री आसानी से टिकट बुक कर सकेंगे।
रेल यात्रियों को ई-टिकट बुकिंग के लिए आकर्षित करने के लिए सरकार ने स्लीपर श्रेणी में प्रति टिकट 20 रुपये और एसी श्रेणी में प्रति टिकट 40 रुपये का सेवा शुल्क पिछले साल ही हटा दिया है। यात्रियों को यह सुविधा आगे भी मिलती रहेगी।
नोटबंदी के बाद 23 नवंबर से 31 मार्च तक 184 करोड़ रुपये नहीं वसूले गए हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए 10000 प्वांइट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें देशभर के टिकट बुकिंग काउंटरों और पर्सल घरों पर लगा दी गई हैं। यात्रियों को IRTC वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, कैश कार्ड, ई-वॉलवेट व इंटरनेट बैकिंग के जरिये भुगतान करने की सुविधा दी गई है। मोबाइल फोन से कई स्थानों पर अनारक्षित टिकट, सीजन टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट बिक्री को शुरू किया गया है।
इन सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। पहली जनवरी से डिजिटल भुगतान करने पर सीजन टिकट पर 0.5 फीसदी की छूट दी जा रही है। रिटायरिंग रूम की Online बुकिंग पर 5% छूट दी जा रही है। खानपान स्टॉल पर POS मशीन रखने का निर्देश दिया गया है।