बर्ड फ्लू को लेकर सरकार ने जारी किये दिशा-निर्देश, चिकन खाने वाले लोगों से फ़ैल सकता हैं…

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है। ऐसे में नॉनवेज के शौकीन लोगों के सामने खान-पान को लेकर समस्या है कि वे इन दिनों अंडा और चिकन का सेवन करें या नहीं। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने इन लोगों की ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन जारी की है।

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने लोगों और खाद्य व्यवसायों से आग्रह किया है कि वे घबराएं नहीं। साथ ही सुरक्षित खपत के लिए मुर्गी के मांस और अंडे की उचित हैंडलिंग और अच्छे से खाना पकाने के लिए सुनिश्चित करने को कहा है। एफएसएसएआई ने खुदरा मांस की दुकानों पर और उपभोक्ताओं द्वारा और पोल्ट्री मांस को संभालने या संसाधित करने में सावधानी बरतने का सुझाव दिया है।


अधपके अंडे और चिकन खाने से बचें 
 एफएसएसएआई की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि पोल्ट्री मांस और अंडे खाने के लिए सुरक्षित हैं और कोई महामारी विज्ञान डेटा नहीं कहता पका हुआ मांस खाने से बर्ड फ्लू हो सकता है। केंद्र सरकारी की ओर से जारी गाइडलाइंस में कहा गया है कि बर्ड फ्लू के खतरे के दौरान लोग अधपके अंडे और चिकन खाने से बचें।
इन राज्यों में बर्ड फ्लू का कहर जारी 
मत्स्यपालन पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी कहा कि  23 जनवरी, 2021 तक नौ राज्यों- केरल, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब में पोल्ट्री बर्ड्स के लिए एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के प्रकोप की पुष्टि की गई है। कौआ/प्रवासी/जंगली पक्षियों के लिए 12 राज्यों में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि की गई। 

FSSAI की ओर से जारी इन दिशा-निर्देश का करें पालन
बर्ड फ्लू के प्रकोप वाले क्षेत्रों से लाए गए मांस और अंडे को कच्चा या आंशिक रूप से पका कर न खाएं। आधे उबले अंडे और अधपके चिकन खाने से बचें।
कच्चे मांस को खुले में नहीं रखना चाहिए और कच्चे मांस के साथ सीधे संपर्क नहीं आना चाहिए।
 नंगे हाथों से मृत पक्षियों को छूने से बचें। कच्चे चिकन को लेते समय मास्क और दस्ताने का उपयोग करें।
बर्ड फ्लू संक्रमित क्षेत्रों से प्राप्त अंडे या मुर्गी के मांस न खरीदें। संक्रमित क्षेत्रों में मुर्गी बेचने वाले खुले बाजारों में जाने से भी बचना चाहिए।
खुदरा दुकानों को एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप वाले क्षेत्रों से किसी भी जीवित या मृत पोल्ट्री पक्षियों को नहीं लाना चाहिए। इसे खाद्य श्रृंखला में प्रवेश करने की अनुमति भी नहीं देनी चाहिए।


लोगों को कच्चे पोल्ट्री या पोल्ट्री उत्पादों की हैंडलिंग और तैयारी के दौरान दस्ताने और मास्क का उपयोग करना चाहिए। चिकन और अंडा कुक करते समय बार-बार हैंडवॉश करते रहें।
 कच्चे मांस के संपर्क में आने वाली सभी सतहों और बर्तनों को धोकर कीटाणुरहित किया जाना चाहिए।
चाकू और कटिंग बोर्ड को दो पक्षियों को काटने और मारने के बीच साफ किया जाना चाहिए। खुदरा पोल्ट्री दुकानों से उत्पन्न सभी कचरे का उचित निपटान किया जाना चाहिए।

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