भूख हड़ताल पर आज किसान, सड़कों पर जाम, बीजेपी नेताओं के घेराव का प्लान

सोमवार को किसान सुबह आठ बजे से शाम के पांच बजे तक अनशन करेंगे. किसान के इस एलान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक दिन उपवास रखने का एलान किया है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं से भी एक दिन के उपवास रखने की अपील की है.

देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों की भूख हड़ताल शुरू हो गई है. राजस्थान के शाहजहांपुर में बड़ी संख्या में किसान सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं और भूख हड़ताल पर हैं. दिल्ली में भी सिंघु, टिकरी, गाजीपुर सीमा पर किसानों का धरना जारी है. किसानों की ओर से सड़कों को जाम किया जा रहा है, साथ ही बीजेपी नेताओं के घेराव का भी प्लान है.  

किसानों ने अलग-अलग हिस्सों में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है. किसानों की मांग है कि बैठकों में खुद पीएम मोदी को सामने आना चाहिए, ताकि किसानों की समस्या सुनी जाए और सीधे कानूनों को रद्द कर दिया जाए.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि AAP ने पंजाब के चुनावों में APMC एक्ट में बदलाव की बात कही थी, लेकिन अब कृषि कानूनों का विरोध कर रही है. 

कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर हजारों किसान दो हफ्ते से अधिक वक्त से डटे हुए हैं. किसानों की मांग है कि कृषि कानून रद्द किए जाएं, जिसे सरकार नहीं मान रही है. ऐसे में आज दिल्ली की सिंघु, टिकरी, पलवल, गाजीपुर सीमाओं पर किसान सुबह आठ से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर रहेंगे. इसी के साथ देशभर में टोल नाकों को मुफ्त किया जाएगा.  

राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने कृषि कानून में कुछ सुधार सुझाए हैं. स्वदेशी जागरण मंच का कहना है कि एमएसपी से कम दाम पर फसलों की खरीद को अवैध करार कर दिया जाना चाहिए इसके साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ सजा का प्रावधान होना चाहिए. एसजेएम का कहना है कि सिर्फ सरकार को ही नहीं बल्कि निजी कंपनियों को भी फसलों को एमएसपी से कम रेट पर फसलों की खरीद पर रोक लगा देनी चाहिए.

किसान आंदोलन के बीच किसानों को कृषि कानून 2020 के फायदों के बारे में बताने के लिए बीजेपी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किसान सम्मेलन करेगी. यह सम्मेलन सोमवार 14 दिसंबर से शुरू होकर 18 दिसंबर तक चलेगा. उत्तर प्रदेश बीजेपी के महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के प्रमुख राधा मोहन सिंह अयोध्या और बस्ती में किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे. वहीं, गोंडा में स्वतंत्र देव सिंह और केशव प्रसाद मौर्य कृषि कानून 2020 को लेकर वाराणसी में किसानों को संबोधित करेंगे.

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