एक आंख में लगी चोट, फिर भी मैदान में डटी रही हरियाणा की ये छोरी

भारत केसरी दंगल के दूसरे दिन पहलवानों ने मैट पर जहां जमकर अपने विरोधी खिलाड़ी पर दांव-पेंच आजमाए. वहीं कई ऐसे मुकाबले देखने को मिले जिसमें चोट लगने के बावजूद खिलाड़ी मैदान पर डटे रहे और अपने-अपने मुकाबले जीत कर फाइनल राउंड में जगह बनाई. ऐसी ही एक खिलाड़ी रही हरियाणा की पिंकी.पिंकी को दूसरी बाउट में दाहिनी आंख पर चोट लग गई थी. लेकिन जैसे-जैसे बात चौथे मैच तक पहुंची तो ये चोट और ज्यादा बढ़ती गई और उन्हें एक आंख से दिखना लगभग बंद ही हो गया.लेकिन इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और सेमीफाइनल में दिल्ली की पूजा को 1-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई.इस मुकाबले में कई बार पिंकी इस दर्द से जूझती रही और कई बार वो रुकी भी. लेकिन जिस उत्साह के साथ वो मैदान में डटी रही उसने दर्शकों में भी जोश भर दिया औऱ लोग पिंकी-पिंकी की हूटिंग करते हुए उसका जोश बढ़ाने लग पड़े.पिंकी ने भी अपने चाहने वालों को दिल्ली की खिलाड़ी को हराकर तोहफा दिया.पिंकी ने भी अपने चाहने वालों को दिल्ली की खिलाड़ी को हराकर तोहफा दिया. 53 किलोग्राम वर्ग के इस मैच में हरियाणा की इस खिलाड़ी ने जैसे ही जीत दर्ज की दर्शकों ने भी खड़े होकर और तालियां बजाकर इस धाकड़ खिलाड़ी का हौसला बढ़ाया.