किसान आंदोलन: कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन में शामिल हुई JJP, किसानों की मांग पर विचार करे सरकार
चंडीगढ़: कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। पंजाब और हरियाणा में इसका काफी असर देखने को मिल रहा है, जिसकी आंच दिल्ली तक पहुंच रही है। हरियाणा में किसानों के आंदोलन ने जिस प्रकार रफ़्तार पकड़ी है, उसके बाद अब मनोहर खट्टर सरकार में पार्टनर जननायक जनता पार्टी ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार को किसानों की मांग पर करना चाहिए विचार
JJP के अजय चौटाला ने कहा है कि सरकार को किसानों की मांग पर विचार करना चाहिए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानून का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘किसानों की मांगों पर केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए और जो भी सर्वसम्मत हल हो उसे जल्दी से लागू कर किसानों की समस्या को दूर किया जाना चाहिए।
विचार करे केंद्र सरकार
MSP को कानून में शामिल करने पर भी विचार करे केंद्र सरकार। #FarmersProtests।’ बता दें कि अजय चौटाला हरियाणा सरकार में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पिता हैं। किसानों के आंदोलन को लेकर अजय चौटाला ने कहा कि सरकार किसानों के साथ चर्चा कर रही है, हम चाहते हैं कि जल्दी इसका हल निकले। हमने सरकार से कहा है कि अन्नदाता परेशान होता हुआ अच्छा नहीं लगता है, ऐसे में जितनी जल्दी समाधान निकले सही है।
ल दुष्यंत चौटाला की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
अजय चौटाला ने कहा कि जब पीएम और कृषि मंत्री ये बोल रहे हैं कि MSP जारी रहेगी, तो उसे कानून में डाल दें। एक लाइन जोड़ने में क्या समस्या है, हरियाणा में MSP सबसे ज्यादा दी जा रही है। बता दें कि हरियाणा में लगातार किसान संगठन और राजनीतिक दल दुष्यंत चौटाला की चुप्पी पर सवाल उठा रहे थे। JJP को बड़ी तादाद में किसान, जाटों और खाप पंचायतों का समर्थन प्राप्त है, ऐसे में किसानों के साथ हरियाणा में जैसे व्यवहार किया गया उस पर काफी सवाल उठाए गए थे।