हार पर महागठबंधन की बैठक को तेजस्वी ने किया संबोधित, कहा-हमारा मिशन हुआ फेल
नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है, जिसके बाद अब मंथन का दौर चल रहा है। गुरुवार को पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं का जमावड़ा लगा, इस दौरान सभी दलों के नेता बैठक में पहुंचै, महागठबंधन की बैठक में राजद नेता तेजस्वी यादव ने सभी नेताओं को संबोधित भी किया।
महागठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे CPI (M-L) नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने नतीजों पर टिप्पणी की, उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस का स्ट्राइक रेट काफी कमजोर रहा, 70 सीटों को संभालना कांग्रेस के लिए मुश्किल हो गया था। दीपांकर बोले कि अगर कांग्रेस को कम सीटें मिलतीं और वो सीटें राजद-लेफ्ट में आतीं तो नतीजा बेहतर होता।
लेफ्ट नेता ने कहा कि बिहार में हम हमेशा से ही मौजूद थे, बस इस बार अधिक सीटें मिली हैं। हमारा प्रदर्शन गठबंधन में अच्छा रहा है। लेकिन हम एनडीए को बाहर नहीं कर सके, ऐसे में हम कहेंगे कि मिशन में फेल हुए हैं।
बता दें कि अभी तक राजद नेता और महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे तेजस्वी यादव की ओर से चुनाव नतीजों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। हालांकि, पार्टी नेता और अन्य दल के नेता बयानबाजी कर रहे हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि महागठबंधन के नेता इस बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं।
गौरतलब है कि इस बार महागठबंधन सिर्फ 110 सीटें ही जीत पाया है, जिसमें से 75 सीटें राजद, 19 सीटें कांग्रेस और 16 सीटें लेफ्ट पार्टियों के खाते में गई हैं। कांग्रेस पार्टी 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और सिर्फ 19 सीटों पर जीत पाई, ऐसे में लगातार उसके प्रदर्शन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। खुद कांग्रेस पार्टी के नेता तारिक अनवर ने इस बात को कुबूला है कि कांग्रेस के बुरे प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार बनते-बनते रह गई।
राजद की ओर से बिहार चुनाव में धांधली का आरोप भी लगाया गया। हालांकि, चुनाव आयोग की ओर से ऐसे आरोपों को नकार दिया गया है। बिहार के चीफ इलेक्शन ऑफिसर एचआर श्रीनिवास ने कहा कि चुनाव बिल्कुल सही तरीके से हुए हैं और वोटों की गिनती में भी किसी तरह की गड़बड़ी नहीं है।