नोएडा में 20 हजार मजदूरों के रहने के साथ-साथ रोजगार दिलाने का भी इंतजाम कर रहे हैं सोनू सूद
लॉकडाउन के बाद लोगों के रॉबिनहुड बने अभिनेता सोनू सूद ने नोएडा में बीस हजार प्रवासी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था करने का खुलासा किया है. लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को उनके घर भेजने में सहायता करने को लेकर प्रशंसा पाने वाले सूद ने यह खबर इंस्टाग्राम पर साझा की है. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पहल ‘प्रवासी रोजगार’ के तहत कई श्रमिकों को नोएडा के कपड़ा कारखानों में रोजगार भी दिलाया गया है बाकी कामगारों के लिए रोजगार का इंतजाम किया जा रहा है.
सोनू सूद ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “मुझे खुशी है कि अब 20,000 प्रवासी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था कर रहा हूं. इन श्रमिकों को प्रवासी रोजगार के तहत नोएडा के कपड़ा कारखानों में रोजगार भी दिलाया गया है. सोनू ने लिखा है कि एनएईसी अध्यक्ष ललित ठकराल की सहायता से हम सब मिलकर चौबीस घंटे प्रवासी रोजगार के लिए काम कर रहे हैं.” सोनू सूद ने यह भी आश्वासन दिया कि श्रमिकों को स्वच्छ आवासीय सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी. सूद ने देश के विभिन्न हिस्सों में रोजगार हासिल करने में मदद के लिए हाल ही में एक ऐप भी जारी किया था.
प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए सोनू सूद के पोर्टल प्रवासी रोजगार में 4 से 5 लाख रेडीमेड गारमेंट से जुड़े कामगारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इस रजिस्ट्रेशन के बाद श्रमिकों का आना भी शुरु हो गया लेकिन सवाल ये था कि आखिर ये श्रमिक रहेंगे कहां? लिहाजा कामगारों के रहने के लिए प्राधिकरण और प्रशासन से खाली आवास की मांग की गई जो कि मंजूर हो गई.
लॉकडाउन के कारण कामगारों और श्रमिकों की गंभीर कमी का सामना करते हुए, नोएडा प्राधिकरण ने उद्योगों और संबद्ध गतिविधियों के लिए श्रमिकों की आपूर्ति के लिए ‘लेबर बैंक’ भी स्थापित किया था. जिसमें कोई भी श्रमिक दिए गए लिंक पर प्राधिकरण के पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकता है. पुरुष और महिला दोनों लेबर बैंक पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं.
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण का उद्देश्य श्रमिकों का एक डेटाबेस बनाना है. लेबर बैंक के साथ पंजीकरण के लिए, आवेदक का नाम आयु अनुभव पहचान प्रमाण के साथ प्रदान करना होगा. नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि यह श्रम बैंक श्रमिकों को रोजगार प्रदान करेगा और प्रवासन को कम करेगा.
नोएडा सेक्टर-122 में रहने का बंदोबस्त
नोएडा सेक्टर-122 में प्राधिकरण के खाली पड़े 3000 आवासों में इनके रहने का बंदोबस्त होगा. एनईएसी चेयरमैन ललित ठुकराल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अभिनेता सोनू सूद ने जिस तरह मजदूरों की मदद की, उससे नोएडा के उद्यमियों की राह भी आसान हुई.