सुशांत सिंह राजपूत की हैंडराइटिंग ने खोले कई राज, दोस्तों के मुताबिक…
सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद कमरे से सुसाइड नोट का नहीं मिलना चौंकाने वाला था. दरअसल, दोस्तों के मुताबिक सुशांत डायरी मेंटेन करता था और अपनी हर बात लिखता था. ऐसे में उनका सुसाइड नोट नहीं छोड़ना या कहीं भी अपनी परेशानी का जिक्र नहीं करना, कुछ अटपटा सा था. सुशांत के घर की जांच के दौरान उनकी लिखी कुछ नोट्स मिले. वहीं रिया ने भी हाल ही में सुशांत द्वारा लिखा एक नोट शेयर किया था. इन सबमें जो सबसे गौर करने वाली चीज थी वो थी उनकी हैंडराइटिंग.
हैंडराइटिंग एक्सपर्ट आदर्श मिश्रा के पास सुशांत के कुल 15 पन्ने के नोट्स थे. उन्होंने इनमें सुशांत की हैंडराइटिंग को एनालाइज किया. सभी को एक-एक शब्द जांचने के बाद उन्होंने सुशांत के बारे में काफी कुछ बताया.
एक्सपर्ट के मुताबिक इन नोट्स में सुशांत ने भविष्य को लेकर काफी प्लानिंग की थी. एक्टर ने फ्यूचर प्लानिंग बना रखा था. 2020 में क्या करना है, फ्यूचर को कैसे प्रोग्रेसिव बनाना है, कौन से लोग इंपोर्टेंट हैं, कैसे लोगों से कनेक्शंस बनाना है, किस तरह के लोगों से स्क्रिप्ट लिखवानी है, ये सब बातें लिखी थीं.
वहीं सुशांत की हैंडराइटिंग का अलाइनमेंट बहुत स्ट्रेट है, इससे पता चलता है कि उनकी लाइफ स्टाइल सिंपल और स्ट्रेट फॉरवर्ड थी. जबकि एक्टर पर लगे डिप्रेशन के दावे खोखले लगे.
एक्सपर्ट के मुताबिक जब कोई व्यक्ति डिप्रेशन में होता है तो उसकी राइटिंग थोड़ी डाउनवर्ड हो जाती है. पर सुशांत के नोट्स में ऐसा कुछ नहीं था. उनकी हैंडराइटिंग को देखते हुए यह बिल्कुल नहीं कहा जा सकता कि वे डिप्रेशन में थे.
हैंडराइटिंग ने तो सुशांत के डिप्रेशन में होने की बात खारिज कर दी है. पर मेडिकल रिपोर्ट और रिया के बयान की मानें तो सुशांत डिप्रेशन में थे. एक्टर की मौत के समय उनकी बहन ने भी यह बात मानी थी कि उनके भाई ने पिछले कुछ समय से डिप्रेशन की दवा लेनी बंद कर दी थी.
वहीं सुशांत केस की जांच की बात करें तो केस में सीबीआई की जांच फुल एक्शन में है. घटना के दिन सुशांत के घर में मौजूद कुक नीरज, सिद्धार्थ पिठानी, केशव, दीपेश सावंत से पूछताछ जारी है.
शनिवार को क्राइम सीन पर सीन री-क्रिएट किया गया था. लगभग 6 घंटे की जांच पड़ताल के बाद सीबीआई की फोरेंसिक टीम सभी गवाहों को लेकर वापस डीआरडीओ ऑफिस गई थी.
सुशांत के घर से लेकर छत का मुआयना किया गया. पड़ोसियों से भी बयान लिए गए. इस दौरान कुछ चौंकाने वाली बातें भी सामने आई. पड़ोसी ने बताया कि जिस कमरे की लाइट कभी बंद नहीं होती थी घटना से एक दिन पहले वह लाइट बंद थी.