मायावती ने पीएम के गोद लिए बेटे वाले बयान को बताया नौटंकी, कहा- भाजपा ने मानी हार
सिद्धार्थनगर। यूपी चुनाव के पांचवें चरण के चुनाव के प्रचार में व्यस्त मायावती ने बुधवार को पीएम मोदी और सपा सरकार पर जमकर हमला बोला। सिद्धार्थनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी के गोद लिए बेटे के बयान को बताया नाटक। कहा कि जनता ने बसपा को सत्ता सौंपने का मन बना लिया है। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में किए वादे को पूरा नहीं किया। नोटबंदी कर दी लेकिन न कालाधन वापस आया, न ही किसानों का कर्ज माफ हुआ।
पौने तीन साल में किसी गरीब के खाते में एक रुपया नहीं आया, न ही किसानों का कर्ज माफ हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को लोग भारतीय जुमला पार्टी कहने लगे है। नोटबंदी से देश में फैली अराजकता से देश अब तक नहीं उबर सका। नोटबंदी के पहले ही बीजेपी वालों ने अपना कालाधन सफेद कर लिया। दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल काली है। यह फैसला राजनीतिक स्वार्थ के लिए लिया गया। केंद्र सरकार ने प्रदेश के दलितों आदिवासियों का शोषण एवं उत्पीड़न किया।
चुनावी सभा में मायावती ने ऐलान किया कि सिर्फ बहुजन समाज पार्टी में ही उत्तर प्रदेश में कानून का राज कायम की क्षमता है, बाकी के दल तो सिर्फ हवा में किला बना रहे हैं।
मायावती ने कहा कि बसपा प्रदेश में कानून का राज कायम करेगी। गुडों पर लगाम लगाएंगे। बसपा की मुखिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के कार्यकाल में चोरी, डकैती, गुंडई, अवैध कब्जा, महिला उत्पीड़न चरम पर है। अराजकता एवं भय का माहौल कायम है। विकास भी ठप है जबकि सरकारी धन का बंदरबांट हो रहा है। उन्होंने कहाकि प्रदेश में जनहित की योजनाएं भी ठप हो गई हैं।
मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव की सरकार बीएसपी की कई योजनाओं का नाम बदल कर श्रेय ले रही है। इनके कार्यकाल में बड़े से लेकर छोटे अधिकारियों का तबादला थोक के भाव किए गए। अखिलेश का पूरा कार्यकाल निराशाजनक रहा। इनके साथ मुलायम ने भी पुत्रमोह में शिवपाल को महत्व नहीं दिया। सपा दो खेमों में बट चुकी है।
केंद्र सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि भाजपा जब दिल्ली जैसे छोटे प्रदेश की कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकती है तो उत्तर प्रदेश जैसे राज्य की कानून व्यवस्था कैसे संभाल सकती। उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश के अब तक के चुनाव में जो संकेत मिला है उससे साफ है की बसपा की सरकार बनने वाली है। इसे अंदर से भाजपा ने स्वीकार भी कर लिया है।
भाजपा और समाजवादी पार्टी में अब नम्बर दी-तीन पर आने की लड़ाई चल रही है। उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री पर कब्रिस्तान एवम श्मशान के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। कहाकि उत्तर प्रदेश में भाजपा की हालत बिहार से भी बुरी होने वाली है। उन्होंने कहाकि भाजपा आर एस एस का एजेंडा लागू करने की तैयारी में है। आए दिन शोषित, दलित समाज का उत्पीडऩ हो रहा है।
रोहित वेमुला कांड इसका उदाहरण है। यदि भाजपा सत्ता में आई तो आरक्षण समाप्त कर देगी। इससे दलितों एवं पिछड़ों की अपूरणीय क्षति होगी।न मालूम कितने वेमुला एवं दलित उना कांड होंगे। हम गरीब सवर्णों को भी आरक्षण दिए जाने के पक्षधर हैं। उन्होंने कहाकि बसपा सरकार बनते ही उन सभी मामलों की प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी जिसमें सपा के दबाव में पुलिस ने उनकी प्राथमिकी तक नहीं लिखी